क्या है रेलवे का ‘पिज्जा डिलीवरी’ मॉडल?
– मालगाड़ियों को वक्त पर सामान की डिलीवरी करने के लिए तैयार किया जाएगा।
– अगर सामान की डिलीवरी समय पर नहीं हुई तो रेलवे उसका मुआवजा देगी।
– मुआवजा 1 घंटे की देरी या फिर 4 घंटे की देरी के आधार पर दिया जा सकता है।
– पिज्जा डिलीवरी मॉडल को पहले कुछ सेक्टर्स में ही लागू किया जाएगा।
– जैसे-जैसे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पूरा होगा इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
रेलवे को कमाई बढ़ने की उम्मीद
– ज्यादा से ज्यादा कंपनियां रेलवे ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करना शुरू करेंगी।
– इससे भारतीय रेलवे को अपनी कमाई बढ़ने की भी उम्मीद है।
– ई-कॉमर्स, ऑटो सेक्टर, फार्मा सेक्टर से रेलवे को कमाई बढ़ने की उम्मीद।
– स्टील, कोयला, सीमेंट की कंपनियां वापस रेलवे की तरफ लौट आएंगी।