नई दिल्ली। केंद्रीय कैबिनेट ने एक बार फिर मालवा को बड़ी सौगात दी है। कैबिनेट ने नीमच-रतलाम रेललाइन के दोहरीकरण को मंजूरी दे दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर जानकारी दी है। यह पूरा ट्रैक 132.92 किमी लंबा है। इस प्रोजेक्ट की लागत 1095.88 करोड़ आएगी।रेलवे इस प्रोजेक्ट को ईपीएस तकनीक से पूरा करेगा और मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण से जहां गुड्स ट्रेनों की गति बढ़ेगी, वहीं इस रूट पर पैसेंजर ट्रेने भी बढ़ाई जाएंगी। खासतौर पर रतलाम से चित्तौड़गढ़ के इस ट्रैक पर सीमेंट कंपनियों को लोडिंग अन-लोडिग मे फायदा होगा। लाइन कैपेसिटी बढ़ने से ट्रेनों को क्रॉसिंग के लिए रुकना नहीं पड़ेगा।
इस ट्रैक का अब तक 150% तक उपयोग किया जा रहा था। दोहरीकरण से पैसेंजर और गुड्स ट्रेने कम समय में तय स्थान पर पहुंचेगी रेलमंत्री अश्विन वैष्णव ने बताया कि 2030 तक नेट जीरो का टारगेट पीएम मोदी ने उन्हें दे रखा है यानी रीन्यूऐबल एनर्जी से रेलवे को चलाने की तैयारी की जा रही है। रेलमंत्री ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर मीडिया को यह जानकारी दी. इस मीटिंग में रतलाम, अहमदाबाद, राजकोट और भावनगर के रेल मंडल प्रबंधकों सहित पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक भी शामिल हुए थे।