ग्वालियर। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया आज सुबह अचानक ग्वालियर आए और गुरुद्वारा दाता बंदी छाेड़ पहुंचकर मत्था टेका। इस माैके पर सिंधिया ने कोविड के बीच इतना बड़ा और व्यवस्थित आयोजन करने पर सिख समाज की तारीफ की। उन्हाेंने कहा कि यहां वैक्सीन लगाई जा रही है बिना मास्क के किसी को एंट्री नहीं दी जा रही है। इस तरह का कार्यक्रम करवाना ही अपने आप में तारीफ के काबिल हैं। उन्हाेंने कहा कि यह ऐतिहासिक कार्यक्रम है। यह ग्वालियर के लिए गौरव है। इसलिए ही मैं यहां आया हूं और इसे अपना सौभाग्य मानता हूं।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि जब भी 400 साल पुराने गुरु गोविंद सिंह जी के 52 राजाओं को मुक्त कराने की घटना के दृश्य के बारे में साेचता हूं तो भावुक हो जाता हूं। आयोजन के संबंध में कहा कि यह बहुत ऐतिहासिक पर्व है। यह आयाेजन ग्वालियर, सिख समाज के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के लिए बड़ा आयोजन है। यह सिख समाज के जो आदर्श हैं उनके मूल्य और सिद्धांत हैं, जनता पहले सेवा पहले,वही आज हमें इस कार्यक्रम में देखने को मिला है।
सिंधिया ने पत्रकाराें से चर्चा के दाैरान गुरुद्वारा और कार्यक्रम के संबंध में खुलकर बात की लेकिन जब मध्य प्रदेश में उपचुनाव या लखीमपुर खीरी पर बात करना चाहिए तो वह यह कहकर आगे निकल गए कि धार्मिक कार्यक्रम में आया हूं धार्मिक ही बात होगी। गुरुद्वारा के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सिंधिया जयविलास पैलेस पहुंचे हैं।यहां से वह सीधे एयरपोर्ट जाएंगे और दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।पहले हाे गया था दाैरा कैंसल केंद्रीय मंत्री सिंधिया का पहले चार अक्टूबर काे ग्वालियर दाैरे पर आना तय था।
इसके बाद अचानक उनका यह दाैरा कैंसल हाे गया था। इसके साथ ही सीएम शिवराज सिंह चाैहान के भी आने की संभावना थी लेकिन वह ताे नहीं आए उनका संदेश जरूर आया। जिसे पढ़कर सुनाया गया था। इसी बीच मंगलवार काे केंद्रीय मंत्री सिंधिया अचानक ग्वालियर पहुंच गए। आमताैर पर सिंधिया के आने पर स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं की भीड़ लग जाती है मगर इस बार यह दाैरा इतना अचानक था कि सभी कार्यकर्ताओं तक भी खबर नहीं पहुंच सकी।