भोपाल। मध्यप्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट पर 30 अक्टूबर को होने वाला उपचुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को लेकर कई तरह की अफवाहें सामने आ रही थी। अपने पारिवारिक कारणों का हवाला देकर वह खंडवा सीट से चुनाव लड़ने से पहले ही हट गए हैं। ऐसे में इस बात की चर्चा तेज थी कि वह खुद ही क्यों पीछे हटे। वहीं राजनीतिक गलियारों में यह भी अफवाह थी कि वह भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं।
मंगलवार को अरुण यादव ने इस तरह की सभी अफवाहों को नकार दिया है। साथ ही उनकी पार्टी से अनबन की भी अफवाहें चल ही थी। इन सब को लेकर मंगलवार को अरुण यादव ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मुझे किसी से कोई नाराजगी नहीं है और न ही मैं कांग्रेस छोड़कर कहीं जा रहा हूं। यादव ने कहा कि मैं केवल निजी कारणों से चुनाव नहीं लड़ रहा हूं।
बता दें कि पूर्व मंत्री अरुण यादव ने यादव ने कहा था कि निजी और पारिवारिक कारणों से खंडवा लोकसभा सीट के उपचुनाव से अपनी दावेदारी वापस ली है। मैं इस बात के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के तमाम बड़े नेताओं का आभार व्यक्त करता हूं कि मुझे खंडवा सीट से चार बार लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया गया और मुझे अहम पदों से नवाजा गया।
उन्होंने कहा कि खंडवा लोकसभा सीट के उपचुनाव में किसी नौजवान और निष्ठावान कांग्रेस नेता को पार्टी का टिकट मिलना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस उपचुनाव में कांग्रेस का जो भी अधिकृत उम्मीदवार होगा, हम सब उसे जिताने के लिए पूरी निष्ठा और ईमानदारी से काम करेंगे ताकि हम राज्य में वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भी अपनी तैयारी मजबूत कर सकें।