इंदौर। सीएम हेल्पलाइन पर इंदौर जिले में विभिन्न विभागों की करीब 11 हजार शिकायतें लंबित हैं। इनमें एक हजार शिकायतें 100 दिन से अधिक पुरानी हैं। इनमें सर्वाधिक 3500 शिकायतें नगर निगम से संबंधित हैं। इसके अलावा पिछड़ा वर्ग कल्याण, पुलिस, बैंक और राजस्व विभाग से संबंधित भी सैकड़ों शिकायतें हैं, जिनका निराकरण नहीं किया गया है। राजस्व विभाग से संबंधित शिकायतों के निराकरण में लापरवाही पर कलेक्टर मनीषसिंह ने राऊ तहसीलदार महेंद्र गौड़, हातोद तहसीलदार ममता पटेल और नायब तहसीलदार हंसा को कारण बताओ नोटिस दिए हैं।
बात दे अधिकारियों की बैठक में सामने आया कि राऊ तहसीलदार ने करीब एक महीने से सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों को देखा तक नहीं। इस कारण उनसे संबंधित करीब 50 प्रकरण लंबित हैं। दूसरी तरफ हातोद तहसील में नायब तहसीलदार द्वारा आवेदक को सही जवाब न देने के कारण समस्या का निराकरण नहीं हो पाया। इस कारण नोटिस जारी किए गए हैं। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि नायब तहसीलदार, तहसीलदार और एसडीएम सहित अन्य राजस्व अधिकारी अपने-अपने कर्तव्यों का जिम्मेदारीपूर्वक निर्वहन करें। सीएम हेल्प लाइन के तहत दर्ज प्रकरणों के निराकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए।
सीएम हेल्पलाइन के प्रकरण समय-सीमा में हों तो भी उनको अपने पास न रखे रहें और कोशिश करें कि उनका तत्काल निराकरण हो जाए। जिम्मेदारी में लापरवाही पाई जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बैठक में अपर कलेक्टर अजयदेव शर्मा, राजेश राठौर सहित सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार आदि मौजूद थे। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने अधीनस्थ अधिकारियों के कार्यालयों का निरीक्षण करें। अधीनस्थ् अधिकारियों के कार्यों की निगरानी करें। कर्तव्यों में लापरवाही पाए जाने पर दोषी अधिकारियों के साथ ही निगरानी करने वाले अधिकारी भी दोषी रहेंगे।