भोपाल। मध्य प्रदेश से प्रतिवर्ष औसत रूप से 15 से 20 विद्यार्थी संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में चुने जाते हैं। प्रदेश में पहली बार इस परीक्षा में 38 विद्यार्थी चयनित हुए हैं। यह प्रदेश के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है। चयनित विद्यार्थियों का सम्मान होने से अन्य विद्यार्थी भी इस तरह की सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा ग्रहण करेंगे।
बात दे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को यूपीएससी में चयनित विद्यार्थियों के सम्मान समारोह की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कही। मुख्यमंत्री आवास में आयोजित बैठक में 13 अक्टूबर को दोपहर तीन बजे मिंटो हॉल मुख्य सभाकक्ष में होने वाले कार्यक्रम सफलता के मंत्र की तैयारियों पर चर्चा हुई। कार्यक्रम में प्रतिभाओं का परचम पुस्तिका का विमोचन भी होगा। मालूम हो, इस कार्यक्रम में कक्षा 11वीं और 12वीं के कुछ विद्यार्थी भी उपस्थित रहेंगे और अन्य माध्यमों से भी कार्यक्रम से जुड़ेंगे। इंटरनेट मीडिया के विभिन्न् प्लेटफार्म पर कार्यक्रम को प्रसारित किया जाएगा।
यूपीएससी में चयनित छात्र-छात्राओं द्वारा किए गए परिश्रम और प्राप्त सफलता की कहानी भी सुनाई जाएगी। सभी सफल विद्यार्थियों से मुख्यमंत्री संवाद करेंगे। कार्यक्रम में यूपीएससी में चयनित विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री ने सम्मान पूर्वक आमंत्रित करने के निर्देश दिए हैं। ये विद्यार्थी भी मंच पर बैठेंगे। हाल ही में देश की महिला हॉकी टीम के सम्मान में हुए कार्यक्रम में भी सभी महिला खिलाड़ी मंच पर आसीन थीं। प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन ने बताया कि यूपीएससी में इस वर्ष चयनित अधिकांश विद्यार्थी साधारण परिवार से हैं। इन सभी ने नियमित अध्ययन और पाठ्यक्रम को केंद्र में रखकर परीक्षाओं की तैयारी की।