रीवा :- रीवा जिले के संजय गांधी हॉस्पिटल में आठ अगस्त को दो रोगियों की मौत के बाद उनके शव प्रबंधन में लापरवाही बरतने वालों पर दण्डात्मक कार्यवाही की गई है। इस मामले में एक मेडिकल ऑफिसर और 4 वार्ड बॉय को टर्मिनेट कर दिया गया है। जबकि एक डॉक्टर और दो नर्सों के इंक्रीमेन्ट पर रोक लगा दी गई है। दो नर्सों को सस्पेंड भी किया गया है। इस मामले में दो डॉक्टर्स को पहले ही कारण बताओ नोटिस थमाया जा चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार रीवा मेडिकल कॉलेज से कोरोना संक्रमित का शव गायब हो जाने के सनसनीखेज मामले की जांच एडीएम श्रीमती इला तिवारी से करायी गई थी। जांच के बाद प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर शव प्रबंधन में लापरवाही बरतने वालों पर दण्डात्मक कार्यवाही की गई है।
दरअसल संजय गांधी हॉस्पिटल में आठ अगस्त को खुशीराम की मृत्यु हुई थी। इसी दिन विवेक कुशवाहा की मौत हुई। इनके शव प्रबंधन में लापरवाही बरती गई जिसके कारण अप्रिय स्थिति उत्पन्न हुई। एडीएम द्वारा दिये गये जांच प्रतिवेदन के आधार पर मेडिकल ऑफीसर डॉ. जितेन्द्र वर्मा की सेवाएं समाप्त करने के आदेश दिये गये हैं। इसी मामले में रेजिडेंट डॉ. रामचंद्र पटेल तथा डॉ. गौरव पटेल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। प्रकरण में डॉ. हंसराज बघेल को दो वार्षिक वेतन वृद्धियां रोकने का नोटिस दिया गया है। इसी प्रकरण में दोषी पाये जाने पर वार्ड ब्वॉय दिनेश रावत, वार्ड ब्वॉय दिलीप कोल, वार्ड ब्वॉय अजीत पाण्डेय तथा वार्ड ब्वॉय सूर्यमणि रावत की सेवाएं समाप्त करने के आदेश दिये गये हैं। जांच प्रतिवेदन के आधार पर मेडिकल कॉलेज के डीन ने नर्स गीता शुक्ला तथा नर्स अल्का परोछे के तत्काल प्रभाव से निलंबन के आदेश दिये हैं। जांच प्रतिवेदन के आधार पर नर्स अमिता सिंह तथा नर्स राधा चौधरी को दो वार्षिक वेतन वृद्धियां रोकने का नोटिस दिया गया है।