भोपाल। वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम नहीं है। हवा का रुख भी उत्तरी बना हुआ है। उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्यप्रदेश में रात के समय ठिठुरन बढ़ने लगी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को भी तापमान में गिरावट होगी। 13 दिसंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करेगा। अधिक तीव्रता वाले इस सिस्टम के कारण हवा का रुख बदलने की संभावना है। इस वजह से न्यूनतम तापमान फिर बढ़ने लगेगा।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा.जीडी मिश्रा ने बताया कि शनिवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 25.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से दो डिग्रीसे.कम रहा। न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। यह सामान्य रहा। साथ ही शुक्रवार के न्यूनतम तापमान ( 13.6 डिग्रीसे.) की तुलना में 2.2 डिग्रीसे. कम रहा। डा. मिश्रा ने बताया कि उत्तर भारत में तापमान काफी कम है। वहां से आ रही उत्तरी हवाओं के कारण राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
बात दे मौसम का मिजाज रविवार को भी इसी तरह बना रहेगा, लेकिन सोमवार को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करने जा रहा है। उसके प्रभाव से हवाओं का रुख फिर बदलेगा। जिसके चलते न्यूनतम तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने लगेगी। पश्चिमी विक्षोभ के असर से 14-15 दिसंबर को उत्तर भारत के पहाड़ों में बर्फबारी होने की संभावना है। बर्फबारी के बाद हवा का रुख फिर उत्तरी होते ही 17 दिसंबर से एमपी में फिर तापमान में गिरावट होने लगेगी।