जानकारी के अनुसार बात दे यशवर्धन सिंह ने बताया कि दशहरे के समय कलेक्टर से इस मामले को लेकर उनकी चर्चा हुई थी लेकिन उस समय कलेक्टर के द्वारा उनको यह अवगत नहीं कराया गया था कि यह जमीन उनकी अधिग्रहीत की जा रही है। अचानक जब वह दिल्ली में अपने जीजा बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में शामिल थे उस समय फोन कर उनके जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। इस मामले में कलेक्टर बंदना वैद्य का कहना है कि उनकी जानकारी में मामला आया है और वह तहसीलदार व संबंधित अधिकारियों को मौके पर भेजकर जांच कराएंगी। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण काफी समय से चल रहा है। जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि जिस जमीन पर निर्माण हुआ वह किस स्थिति में है।