भोपाल। मध्यप्रदेश में तीन दिन की कड़ाके की ठंड के बाद मंगलवार रात कुछ राहत मिली है। यह पश्चिमी विभोक्ष के सक्रिय होने के कारण हुआ है। रात का पारा करीब 2 डिग्री चढ़ गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक जेडी मिश्रा ने बताया कि बीती रात सबसे कम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस पचमढ़ी और खजुराहो में रिकॉर्ड किया गया है।
दो दिन पहले पमचढ़ी में पारा माइनस में चले जाने से कई इलाकों में बर्फ की परत जम गई थी। चौबीस घंटे पहले छतरपुर के नौगांव में सबसे ठंडी रात थी। यहां पर परा 1.3 डिग्री पर आ गया था। अब यहां पर तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस है। तापमान में दो दिन तक इसी तरह उछाल रहेगी। इसके बाद 27 दिसंबर से कई इलाकों में बारिश होने की संभावना है। इसका सबसे ज्यादा असर ग्वालियर-चंबल में देखने को मिल सकता है।
वर्तमान में बांग्लादेश के ऊपर एक साइक्लोन गतिविधियां सक्रिय हैं। नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर चक्रवातीय गतिविधि के रूप में है। दक्षिणी अंडमान सागर में एक निम्न दाब सक्रिय है। 24 और 26 दिसंबर को दो लगातार पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। इस वजह से मंगलवार रात से मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में तेज सर्दी से राहत मिलने लगी है। अब 27-28 दिसंबर से वर्षा की संभावनाएं बनी हुई हैं। हवाओं की गति कम होने से भी सर्दी में कमी आई है।
भोपाल समेत कई इलाकों में बुधवार सुबह हल्का कोहरा रहा, हालांकि इसके कारण ज्यादा असर नहीं रहा। मौसम विभाग ने लोगों को अभी भी ठंड से बचने का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार गर्म कपड़े पहने और ज्यादा देर तक ठंड के सीधे संपर्क में न रहें।
भोपाल और इंदौर में तापमान करीब डेढ़ डिग्री बढ़े प्रदेश के अधिकांश इलाकों में रात के पारे चढ़े हैं। भोपाल में रिकॉर्ड सर्दी के बाद रात के पारे में उछाल रही। यह करीब डेढ़ बढ़कर 7 डिग्री से ज्यादा हो गया। अब भी यह सामान्य से 3 डिग्री नीचे चल रहे हैं। इसी तरह इंदौर में भी एक डिग्री से ज्यादा रात का पारा चढ़ा। इससे रात का तापमान 9 डिग्री के पार पहुंच गया। इसके अलावा उज्जैन, शाजापुर, रतलाम, राजगढ़, रायसेन, पचमढ़ी, ग्वालियर, धार, दतिया, दमोह, जबलपुर, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़ और उमरिया में भी तापमान में एक डिग्री सेल्सियस से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई।