भोपाल। कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बढ़ रहा है। प्रदेश में भी दो सौ से ज्यादा कोरोना संक्रमण के प्रकरण हो गए हैं। पहले ये सिर्फ इंदौर और भोपाल में आ रहे थे लेकिन धीरे-धीरे अन्य जिलों में भी प्रकरण सामने आ रहे हैं। सीमावर्ती प्रदेश महाराष्ट्र और गुजरात में नए वैरिएंट के प्रकरण सामने आ रहे हैं। जनता को तीसरी लहर से बचाना है, इसलिए व्यवस्था चाकचौबंद रखें। जनता की जिंदगी की सुरक्षा के उपायों में कोई कमी न रहे। अमेरिका, इंग्लैंड में बहुत ज्यादा प्रकरण आ रहे हैं। यह मानकर चलें कि कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन हमारे यहां आ गया है।
यह निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कलेक्टर, कमिश्नर और पुलिस अधीक्षकों के साथ समीक्षा बैठक में दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच किसी भी स्थिति में कम नहीं होनी चाहिए। संक्रमण की रोकथाम के लिए जनता को साथ लेकर काम करें। गरीब रोजी-रोटी को बचा सके और आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव भी न पड़े, यह सुनिश्चित किया जाए। आक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था रहे। इसे प्राथमिकता से लिया जाए। आपदा प्रबंधन समितियों को सक्रिय करें। प्रभारी मंत्री भी इससे जुड़ें। संक्रमण को तेजी से रोकने के लिए अनावश्यक भीड़ वाले आयोजनों से बचें।
सीएम ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक करें, प्रभारी मंत्री भी जुड़ें, जनसहभागिता भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप में कोई उपयोगी लगे जैसे डॉक्टर, समाजसेवी तो उसे आप जोड़ सकते हैं। रोको-टोको अभियान तुरंत शुरू करें, मास्क न लगाने वालों पर जुर्माना भी करें। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए भी जागरूकता के प्रयास शुरू करें।
उन्होंने कहा कि आर्थिक गतिविधियां न रुकें और गरीब का काम धंधा भी प्रभावित न हो, यह सुनिश्चित करते हुए हमें तीसरी लहर का जनता के सहयोग से मुकाबला करना है। समस्त सरकारी एवं निजी अस्पतालों में व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद रखें। बेड, ऑक्सीजन, चिकित्सक एवं दवाओं का पर्याप्त इंतजाम हो, यह सुनिश्चित करें #COVID19 की दूसरी लहर के दौरान जितने निजी कोविड सेंटर बनाये गये थे, उनकी भी व्यवस्थाएं सुचारु कर दी जायें।
वेंटीलेटर और बिस्तरों की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए।
– आक्सीजन आपूर्ति की लाइन ठीक रहें और संयंत्र चालू हालत में रहें।
– कंसन्ट्रेटर भी चालू करके देख लें।
– कम से कम एक माह की आवश्यक दवाइयों का भंडार रखा जाए।
– कोविड केयर सेंटर को फिर से चिन्हित करें।
– सभी जिले कार्ययोजना बनाएं। इसमें निजी और सरकारी अस्पतालों में बिस्तर की व्यवस्था को देखें।
– मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य रूप से कराया जाए।
– टीकाकरण का काम लगातार जारी रहे। सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को दोनों टीके लगे हों, यह सुनिश्चित करें।