जबलपुर। पर्व मंत्री और भाजपा नेता मोती कश्यप की 42 वर्षीय बेटी तृप्ति पटले ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मोती कश्यप का आरोप है कि दामाद उनकी बेटी को प्रताड़ित करता था, जिसकी वजह से उनकी बेटी ने सुसाइड करने का कदम उठाया। तृप्ति शासकीय महाविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थीं। अस्पताल में दोनों पक्षों के बीच जमकर विवाद हुआ। तृप्ति के पति ने मायके वालों की ओर से चाकू से हमले का आरोप भी लगाया है।
तृप्ति ने 2017 में पहले पति को तलाक देकर महेश पटले से प्रेम विवाह किया था। पटले परिवार के लोगों का कहना है कि तृप्ति को बच्चा नहीं था। इस वजह से वह परेशान रहती थी। उसे किसी ने प्रताड़ित नहीं किया था। मायके वालों का आरोप है कि तृप्ति ने अपनी बहनों को बताया था कि महेश उसे प्रताड़ित करता है। महेश पटले माइनिंग क्षेत्र में काम करता है।
आधारताल थाना प्रभारी शैलेष मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। उनके मुताबिक मोती कश्यप की बेटी तृप्ति शहपुरा के कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर पदस्थ थीं। शाम छह बजे कॉलेज से लौटने के बाद तृप्ति ने फांसी लगा ली। परिजनों ने जब देखा तो उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृ्त्यु होने की घोषणा की। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड लेटर नहीं मिला है।
बताया जाता है कि घटना की सूचना मिलते ही मोती कश्यप अपने परिजनों के साथ अस्पताल पहुंचे। इस दौरान दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई। पटले पक्ष का कहना है कि महेश पटले पर उसके ससुराल वालों ने चाकू से हमला भी किया। पुलिस ने बीचबचाव कर दोनों पक्षों के लोगों को शांत करने की कोशिश की। साथ ही महेश पटले की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं।