नई दिल्ली। भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना महामारी को लेकर एक बार फिर हाहाकार की स्थिति बन रही है। हर तरफ सिर्फ एक ही सवाल है कि क्या होगा यदि कोरोना बेकाबू हो गया? क्या एक बार फिर लॉकडाउन लगेगा? क्या एक बार फिर लोगों को सब काम धंधा छोड़कर घरों में कैद होना पड़ेगा? इस मुद्दे पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन का बयान आया है। सौम्या स्वामीनाथन का साफ कहना है कि लॉकडाउन समाधान नहीं है। उनके मुताबिक, कोरोना संक्रमण और इसके अलग-अलग वेरिएंट्स को लेकर अब दुनिया में समझ पैदा हो गई है। वैज्ञानिकों को पता है कि इस बीमारी का सामना कैसे करना है। लोग भी जागरूक हुए हैं। इस कारण लॉकडाउन नहीं लगना चाहिए।
WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने केरल के तिरुवन्मियूर में आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही। स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन की मौजूदगी में पोषण उद्यान उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने कहा, कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान हमें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। यही वजह है कि कई देशों ने लॉकडाउन लगाया। अब ऐसा नहीं है।
उनके मुताबिक, महामारी से बचने के लिए तीन बातों का विशेष ख्याल रखना है। निकट संपर्क नहीं, भीड़ से दूरी और मास्क की अनिवार्यता। जो इनका पालन करेंगे, वो सुरक्षित रहेंगे। भारत के टीकाकरण अभियान की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि जरूरतमंद लोगों को अब बूस्टर डोज भी लेना चाहिए। सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि COVID-19 इन्फ्लूएंजा जैसी एक और बीमारी है। इससे बचाव के उपाय भी सामान्य है जैसे नियमित रूप से वॉकिंग, व्यायाम, संतुलित आहार और ऊंचाई के अनुसार वजन बनाए रखा।