भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना से हालात बिगड़ रहे हैं। हर दिन 3 हजार से ज्यादा नए केस आ रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को सभी क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक बुलाई है। इसमें पाबंदियों पर फैसला किया जा सकता है। सीएम ने सभी अस्पतालों से एक-एक महीने की दवाओं का स्टॉक रखने को भी कहा है।
भोपाल में गुरुवार को 1008 नए केस मिले। इनमें चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, कृषि मंत्री कमल पटेल, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, 1 से 18 साल के 73 बच्चे, 61 से अधिक उम्र के 72 बुजुर्ग और 10 डॉक्टर भी शामिल हैं। नए संक्रमितों में दो बच्चों की उम्र महज एक साल है। तीसरी लहर में अब तक 5 मंत्री, 2 विधायक, दो पूर्व सांसद, दस आईएएस और 2 आईपीएस संक्रमित हो चुके हैं।
इंदौर में 1291 नए संक्रमित मिले हैं। जबलपुर में 349 केस आए। सागर में 263, रीवा में 61 नए केस आए हैं। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए भोपाल में सभी मेडिकल स्टाफ की छुटि्टयां निरस्त कर दी गई हैं। इसमें डॉक्टर, अधिकारी, कर्मचारी शामिल हैं। इस संबंध में भोपाल के सीएमएचओ ने आदेश भी जारी कर दिया है।
ग्वालियर में 635 कोरोना संक्रमित मिले हैं। 570 ग्वालियर के हैं, 42 अन्य शहरों से। 23 की रिपोर्ट दोबारा पॉजिटिव आई है। अतिरिक्त महाधिवक्ता और उनके परिवार के अन्य सदस्य भी संक्रमित मिले हैं। नगर निगम आयुक्त भी संक्रमित हो गए हैं। निगमायुक्त पर शहर को संक्रमण से बचाने के लिए मास्क और रोको-टोको अभियान की जिम्मेदारी थी। हाईकोर्ट के 6 कर्मचारी, सिंधिया स्कूल फोर्ट के 10 से ज्यादा कर्मी भी संक्रमित आए हैं।