भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर लगातार जारी है। राजधानी भोपाल में भी कोरोना ने चिंता बढ़ा दी हैं। एक जनवरी से लेकर अब तक यहां 5 हजार से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं गुरूवार को राजधानी भोपाल में कोरोना के 1008 नए केस सामने आए हैं। बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए एक तरफ सरकार ने जहां सख्ती की है वहीं अब बैंककर्मियों ने भी बैंक के समय को बदलने की मांग उठाना शुरू कर दी है। कर्मचारियों ने बैंक सप्ताह में केवल 5 दिन ही खोले जाएं साथ ही 50% स्टॉफ को बुलाने की मांग उठई है। जिससे बैंककर्मी कोरोना संक्रमण से बच सकते हैं।
कोरोना की पहली और दूसरी वेव के दौरान कई बैंककर्मी संक्रमित हुए थे, प्रदेश में कुछ बैंक तो ऐसे भी थे जहां सभी कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे जिसके बाद बैंकों को बंद करना पड़ा था। वहीं अब थर्ड वेव में कई बैंककर्मी संक्रमित हो रहे हैं। जिसे लेकर अब मांग उठ रही है कि बैंकों का टाइमिंग कम किया जाए, बैंकों में 5 डे वर्किंग और 50% स्टॉफ को ही बुलाया जाए। वहीं यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के स्टेट को-ऑर्डिनेटर वीके शर्मा का कहना है कि समय रहते अगर इन मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो जल्द ही बैंक भी कोरोना का हॉट स्पॉट बन जाएंगे।
बैंककर्मियों की मांगे हैं कि कोरोना काल में बैंक सप्ताह में केवल 5 दिन ही खोले जाएं, बैंकों का टाइमिंग सुबह 10 बजे खुले और दोपहर 2 बजे तक ही हो, रोजाना 50 प्रतिशत स्टॉफ को रोटेशन के साथ बुलाया जाए। सभी बैंककर्मियों को जल्द से जल्द बूस्टर डोज लगाया जाए। बैंकों में आने वाले ग्राहकों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाया जाए जिससे बैंककर्मी के साथ अन्य ग्राहक संक्रमण से बच सकते हैं।