करैरा। नगर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करैरा में एनआरसी का विभाग संचालित है। इस विभाग में 7 कुपोषित बच्चे भर्ती थे। उनके अभिभावकों को पता लगा की उनके वार्ड के बगल मे डॉक्टर ने कोरोना संक्रमित मरीज को भर्ती कर लिया है। तो अब उन बच्चों के माता-पिता अस्पताल छोड़कर बच्चों को अपनी अपनी टैक्सी कर अपने अपने गांव ले जा रहे है । जब उनसे यह बात पूछी गई तो उन्होंने रोते हुये बताया की यहां पर हमारे बगल से कोरोना का मरीज भर्ती कर दिया गया है और हम अपने बच्चों को इस मरीज के पास नहीं रख सकते और ना ही हम यहाँ रह सकते। इससे हमें और हमारे बच्चों के ऊपर खतरा मडरा रहा है इससे बचने के लिए हम अपने अपने बच्चों को घर ले जा रहे हैं। एन आर सी प्रभारी डॉ देवेन्द्र खरे का कहना है की मैंने बच्चों के माता पिता को बहुत समझाया की इससे उनके बच्चो को कोई खतरा नहीं है लेकिन वो नहीं मने और अपने बच्चो को लेकर चले गए। उनके माता पिता का कहना था हमे ओर अपने बच्चों को कोरोना से बचाना है, हमे अस्पताल मे नही रहना।
हरी चौरसिया की रिपोर्ट