उज्जैन। चाइनीज मांझे से उज्जैन में हुई युवती की मौत के बाद अब इस पर सख्ती की जा रही है। उज्जैन में कुछ दुकान-मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की गई थी, क्योंकि यहां से चाइनीज मांझा बेचा जा रहा था। मप्र के गृह मंत्री ने भी इस संबंध में अब चेतावनी दी है कि मप्र में अगर कोई चाइनीज मांझा बेचता पाया जाएगा तो उस पर उज्जैन जैसी ही कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले दिनों उज्जैन में दर्दनाक घटना हुई थी। एक्टिवा से जा रही युवती के गले में चाइनीज मांझा उलझ गया था। इससे युवती की दर्दनाक मौत हो गई थी। इस घटना न केवल उज्जैन बल्कि पूरे प्रदेश में जिम्मेदारों के लिए सवाल खड़े किए थे कि यदि चाइनीज मांझा प्रतिबंधित है तो वह लोगों तक कैसे पहुंच रहा है। घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी ट्वीट कर चायनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद उज्जैन पुलिस-प्रशासन ने उन दुकानों का रिकॉर्ड निकलवाना शुरू किया जहां से चाइनीज मांझा बेचा जा रहा था।
रविवार को पुलिस और नगर निगम की टीम ने चाइनीज मांझा बेचने वाले दुकानदार अब्दुल वहाब के घर का अतिक्रमण तोड़ा। चुलबुल पतंग सेंटर के नाम से थोक व खेरची में पतंग बेचने वाले वहाब के बाद उन लोगों के अतिक्रमण और घरों के अवैध हिस्से तोड़े जाएंगे, जहां से पुलिस ने बीते दिनों चाइनीज मांझा जब्त किया था। पुलिस का कहना है कि जहां जहां से चायनीज मांझा जब्त हुआ है उन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में मप्र के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान भी सामने आया है। गृह मंत्री मिश्रा ने कहा है कि सरकार पहले से ही चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध लगा चुकी है। मैं पूरे प्रदेश में ये चेतावनी दे रहा हूं कि यदि कोई भी चाइनीज मांझा बेचता हुआ पाया गया तो उस पर उज्जैन जैसी ही कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इस मामले में सवाल यह भी उठ रहे हैं कि मकर संक्रांति के पहले से ही चाइनीज मांझा बाजारों में बिक रहा था और लोगों ने इसे खरीदा था। हादसा होने के पहले कई लोग इस मांझे के कारण घायल भी हुए थे मगर तब न तो शासन स्तर से कोई कार्रवाई की गई न प्रशासन स्तर से। उज्जैन में युवती की मौत के बाद ही जिम्मेदार हरकत में आए और अब इस मांझे को बेचने वालों पर कार्रवाई की बात कह रहे हैं जबकि हकीकत यह भी है कि संक्रांति पर ही अधिकांश लोगों ने यह मांझा बेच दिया है।