ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय की अध्ययनशालाओं में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा विभाग से बड़ा झटका लगा है। विद्यार्थियों की जो परीक्षाएं आनलाइन होने वाली थीं, अब वे आफलाइन करानी होंगी। हर विद्यार्थी को परीक्षा सेंटर पर पेपर देने के लिए उपस्थित होना होगा। 20 जनवरी से स्नातकोत्तर की आनलाइन परीक्षा शुरू हो रही थी, उसे निरस्त कर दिया गया। अब नया टाइम टेबल जारी किया जाएगा।
उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव ने परीक्षाओं को लेकर कुलपतियों से चर्चा की। अलग-अलग विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने परीक्षाओं को लेकर अपनी राय दी। प्रदेश के कुछ विश्वविद्यालय में आफलाइन परीक्षाएं हो चुकी हैं। सभी की राय जानने के बाद परीक्षाएं आफलाइन कराने का आदेश दिया है। इस आदेश के बाद जेयू ने अपनी आनलाइन परीक्षा को स्थगित कर दिया है। आफलाइन परीक्षा कराने की तैयारी शुरू कर दी है। ज्ञात हो कि पिछले दो बार से विद्यार्थी ओपनबुक से परीक्षा दे रहे थे। इस पद्धति से परीक्षा होने से पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ रही थी। घर बैठकर कापी लिखी जा रही थी। प्रथम श्रेणी पास होने वाले विद्यार्थियों की संख्या अधिक रही। कालेजों के रिजल्ट 99 फीसद रहे हैं। इस कारण कालेज के विद्यार्थी भी इस साल आनलाइन परीक्षा की मांग कर रहे थे, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग ने परीक्षाओं को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी कि सभी की परीक्षाएं आफलाइन ही होंगी।
जेयू ने कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए आनलाइन परीक्षा कराने का निर्णय लिया था। सभी विभागाध्यक्षों से राय जानने के बाद आनलाइन परीक्षा का कार्यक्रम तैयार किया था। आनलाइन पद्धति से परीक्षा होने से विद्यार्थी घर बैठकर कापी लिखता और चौथे घंटे में कापी स्कैन कर अपलोड करता। आफलाइन में विद्यार्थी को सेंटर पर उपस्थित होना होगा। जेयू को पेपर प्रिंट कराने होंगे और कापियां भी लेनी पड़ेंगी। अब इस पूरी व्यवस्था करने में सेमेस्टर परीक्षा लेट हो सकती है।