रतलाम।बड़े बजट और खर्चीली शादियां का चलन शहर से लेकर गांव तक जारी है। शादियों में आने वाले मेहमानों को महंगे रिटर्न गिफ्ट देने की एक परंपरा शुरू हो गई है, लेकिन रतलाम के तीतरी गांव में पाटीदार परिवार के शादी के आयोजन में रिटर्न गिफ्ट के तौर पर प्राणवायु देने वाले पीपल के पौधे मेहमानों को रिटर्न गिफ्ट के तौर पर भेंट किए गए। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए इस पहल की शुरुआत पाटीदार परिवार ने की है।
दुबई में जॉब करने वाले दूल्हे हेमंत पाटीदार लॉकडाउन के दौरान दुबई में ही फंस गए थे। दूसरी लहर में लोगों को प्राणवायु के लिए तड़पता देख उनके मन में पर्यावरण संरक्षण और प्राणवायु देने वाले पीपल के पौधे वितरित करने का विचार आया। हेमंत ने जब यह बात पिता भेरुलाल पाटीदार को बताई तो वे सहर्ष तैयार हो गए । जिसके बाद दूल्हे हेमंत और दुल्हन कृष्णा की शादी सादगी पूर्ण तरीके से आयोजित की गई और शादी में पहुंचे मेहमानों को रिटर्न गिफ्ट के तौर पर प्राणवायु देने वाले पीपल के पौधे दिए गए।
मेगा बजट वाली खर्चीली शादियों के दौर में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता यह विवाह कोरोनाकाल में समाज को प्रेरणा दे रहा है। जिसकी चर्चा अब क्षेत्र में जोरों पर है। रतलाम के तितरी गांव में इस शादी का आयोजन किया गया, जिसमें मेहमानों को रीटर्न गिफ्ट के तौर पर पीपल के पौधे गिफ्ट किए गए। पाटीदार परिवार में बेटे हेमंत कि शादी को यादगार बनाने के लिए परिवार ने 300 से ज्यादा पीपल के पेड़ मेहमानों को रीटर्न गिफ्ट के तौर पर दिए है। ताकि लोग इसे अपने घरों और आसपास लगाकर पर्यावरण संरक्षण कि पहल करें।
शादी के पूर्व दूल्हा-दुल्हन ने स्वयं के घर पर पौधारोपण भी किया। नवविवाहित का कहना है कि वह अपनी शादी के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना चाहते थे। कोरोना काल में ऑक्सीजन को लेकर मचे हाहाकार से सबक लेते हुए, शादी में पौधे गिफ्ट करने की पहल शुरू की है।शादी मे दूल्हा दुल्हन को आशीर्वाद देने पहुंचे मेहमान भी इस रीटर्न गिफ्ट को पाकर खुश नजर आए और इस पहल की तारीफ करते दिखाई दिए। शादी में पहुंचे रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना भी इस प्रयास से प्रभावित हुए और पाटीदार परिवार की पहल की प्रशंसा की।