भोपाल। मध्यप्रदेश में इस बार ठंड से राहत मिलते नहीं दिख रही है। भोपाल -इंदौर समेत पूरा प्रदेश ठंड से ठिठुर रहा है। प्रदेश के कुछ जगहों पर पारा ढाई डिग्री सेल्सियस चला गया। रायसेन में पौधों पर ओस की बूंदें जम गईं। अगले 24 घंटे तक कड़ाके की ठंड रहेगी। 29 जनवरी पाकिस्तान (पश्चिमी विक्षोभ) से एक और हवाओं का झोंका आएगा। इसके कारण छह दिन तक तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है। रात का पारा 10 डिग्री और दिन का 24-25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। 2 फरवरी से एक और सिस्टम प्रदेश में सक्रिय हो जाएगा। इससे हल्की बारिश होने से फिर से कड़ाके की ठंड होगी। इसका असर 2 से तीन दिन तक रहेगा। कोल्ड डे तो नहीं रहेंगे, लेकिन कोल्ड वेव जरूर चलेंगी। इससे दिन में ठिठुरन बढ़ सकती है।
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि उत्तर में जमकर बर्फबारी हो रही है। अफगानिस्तान से पाकिस्तान से होते हुए हवाएं उत्तर की बर्फबारी के कारण ठंडी और नमी भरी हो जाती हैं। इससे मैदानी इलाकों में बारिश हो रही है। पहली बार मध्यप्रदेश में इसका सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा है। अभी तक इसका असर ग्वालियर-चंबल पर ज्यादा होता था लेकिन इस साल इसका असर पूरे मध्यप्रदेश पर पड़ रहा है। हवाओं के लगातार आने के कारण ठंड का दौर खत्म नहीं हो पा रहा है। 29 जनवरी से ठंड से हल्की राहत रहेगी। यह 2 फरवरी तक मौसम में हल्की ठंड रहेगी, लेकिन इसके बाद फिर मौसम बदलेगा। बादल छाने से दिन में ठंड और बारिश होगी। बादलों के छंटते ही रात के तापमान गिर जाएगा। फरवरी के दूसरे सप्ताह में फिर बारिश और ओले गिरने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार बात दे पीके साहा ने बताया कि जिस तरह से ठंड पड़ रही है वह क्लाइमेट चेंज होने की ओर इशारा कर रही है। इस बार उत्तर में रिकॉर्ड बर्फबारी हो रही है। पाकिस्तान से आने वाली हवाओं का सबसे ज्यादा असर राजस्थान और उत्तर प्रदेश में पड़ता था। मध्यप्रदेश में यह ग्वालियर-चंबल इलाकों में ही देखा जाता था। अब इसका दायरा बढ़ गया है। यह भोपाल के अलावा इंदौर में बारिश के रूप में देखने को मिला है। लगभग मध्यप्रदेश के सभी इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।