खंडवा। मैं थक गया हूं इस दुनिया से सबके पैसे देना वाला था। आज नहीं तो कल दे देता मैं सबके पैसे। बहुत परेशान कर दिया मुझे, इसलिए जिंदगी से हारकर अब जान दे रहा हूं। खंडवा के घासुपरा निवासी फॉरेस्टकर्मी शेख जुनैद (30) ने वीडियोसंदेश जारी कर नर्मदा में छलांग लगा दी। गोताखोर उसे सर्च कर रहे हैं। अब तक पता नहीं चल सका है।
जानकारी के अनुसार बात दे मामला गुरुवार दोपहर इंदौर-इच्छापुर रोड पर मोरटक्का के पास नर्मदा एक्वाडक्ट पुल का है। शेख जुनैद, कार से पुल पर पहुंचा। मोबाइल से वीडियो बनाकर परिवारवालों को भेजा। इसके बाद पुल से छलांग लगा दी। मांधाता पुलिस पहुंची तो पुल पर उसकी कार और जूते मिले। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वन विभाग का मोनो लगी कार से आए युवक ने पहले पुल किनारे बैठकर वीडियो बनाया, फिर नर्मदा में छलांग लगा दी। गोताखोरों ने खोजा, लेकिन देर शाम तक उसका कहीं भी पता नहीं चल पाया। मोरटक्का चौकी प्रभारी राजेंद्र राठौर ने बताया कि रात होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन बंद करना पड़ा। तलाश जारी है।
जुनैद ने वीडियो में कहा कि जितने भी लोगों को मेरे से पैसे लेना था, वो मुझे समय देते तो मैं पैसे दे देता। मुझे जितनी जिंदगी जीना थी, जी ली। अल्लाह ने नसीब में जो लिखा था, वो हो रहा है। मैं मेरे घरवालों से माफी चाहता हूं। मेरे पास कोई रास्ता नहीं है। लोग मुझे बहुत परेशान कर रहे थे। इसलिए ऐसा कर रहा हूं। मेरे बच्चों का ध्यान रखना। मेरी डेड बॉडी मिलने के बाद मुझे महू में दफना देना और मेरे बच्चों का ध्यान रखना। फॉरेस्ट में नौकरी थी लोगों को लालच देकर लिए थे रुपए जुनैद के पिता शेख फरीद वन विभाग में पदस्थ थे। लकवाग्रस्त होने से जुनैद को नौकरी मिली थी। जुनैद इससे पहले प्रॉपर्टी खरीदी-बिक्री का काम करता था। कोरोनाकाल में कारोबार ठप हो गया। इसी बिजनेस के पीछे उसने करीब 150 लोगों से 5 करोड़ रुपए उधार ले लिए। लोगों से उधारी लेने के लिए उसने रुपए डबल करने का लालच दे रखा था।