भिंड। भिंड में शुक्रवार शाम सिंध नदी में एक नाव पलट गई। जिसके बाद नदी में डूब रहे 14 लोगों में से 12 को उसी वक्त बचा लिया गया, लेकिन दो बच्चे अब भी लापता हैं। ये हादसा नयागांव थाना इलाके में हुआ, सभी लोग भागवत कथा का भंडारा खाकर लौट रहे थे।हादसे की वजह टूटी-फूटी व जर्जर नाव को बताया जा रहा है, जिसमें क्षमता से ज्यादा लोग भी सवार थे। जब नदी की बीच धार में नाव पहुंची तो उसमें पानी भरने लगा, जिससे घबराकर सभी लोग खड़े हो गए। इतने में नाव पलट गई और नदी में समा गई। पुलिस और प्रशासन की टीम ने देर रात 12 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए 12 लोगों को बचा लिया। साथ ही शनिवार सुबह सात बजे टीम ने दोबारा लापता बच्चों की तलाश शुरू कर दी। भिंड अनुविभाग और लहार अनुविभाग के अफसर भी मौके पर पहुंचे।
हादसे के शिकार सभी ग्रामीण सिंध के दूसरे छोर पर भंडारा खाने गए थे। वहां से वापस आते वक्त ये हादसा हो गया। नाव में सवार लोगों के मुताबिक बीच धार में आते ही नाव में पानी भरने लगा था। हम घबरा गए। सभी खड़े हो गए। बच्चे घबराकर जयकारा लगाने लगे। नाव डगमगाते हुए पलट गई।टूटी-फूटी नाव को बांस के लट्ठों के सहारे चलाया जा रहा था। हादसे की वजह लापरवाही है। द्रोपदी पुत्री सुखेड़ी बघेल निवासी हिलगवां रौन, ओम पुत्र सुभाष बघेल निवासी मिर्जापुर (UP) लापता है।
भिंड। भिंड में शुक्रवार शाम सिंध नदी में एक नाव पलट गई। जिसके बाद नदी में डूब रहे 14 लोगों में से 12 को उसी वक्त बचा लिया गया, लेकिन दो बच्चे अब भी लापता हैं। ये हादसा नयागांव थाना इलाके में हुआ, सभी लोग भागवत कथा का भंडारा खाकर लौट रहे थे।
हादसे की वजह टूटी-फूटी व जर्जर नाव को बताया जा रहा है, जिसमें क्षमता से ज्यादा लोग भी सवार थे। जब नदी की बीच धार में नाव पहुंची तो उसमें पानी भरने लगा, जिससे घबराकर सभी लोग खड़े हो गए। इतने में नाव पलट गई और नदी में समा गई। पुलिस और प्रशासन की टीम ने देर रात 12 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए 12 लोगों को बचा लिया। साथ ही शनिवार सुबह सात बजे टीम ने दोबारा लापता बच्चों की तलाश शुरू कर दी। भिंड अनुविभाग और लहार अनुविभाग के अफसर भी मौके पर पहुंचे।
हादसे के शिकार सभी ग्रामीण सिंध के दूसरे छोर पर भंडारा खाने गए थे। वहां से वापस आते वक्त ये हादसा हो गया। नाव में सवार लोगों के मुताबिक बीच धार में आते ही नाव में पानी भरने लगा था। हम घबरा गए। सभी खड़े हो गए। बच्चे घबराकर जयकारा लगाने लगे। नाव डगमगाते हुए पलट गई।टूटी-फूटी नाव को बांस के लट्ठों के सहारे चलाया जा रहा था। हादसे की वजह लापरवाही है। द्रोपदी पुत्री सुखेड़ी बघेल निवासी हिलगवां रौन, ओम पुत्र सुभाष बघेल निवासी मिर्जापुर (UP) लापता है।