होशंगाबाद। होशंगाबाद जिले को नर्मदापुरम और बाबई को माखननगर नाम करने मांग आखिरकार पूरी हुई। मप्र की जीवन दायिनी मां नर्मदा के जन्मोउत्सव (नर्मदा जयंती) के शुभ दिन से होशंगाबाद अपने पुराने नाम नर्मदापुरम के नाम से पहचाना जाएगा। देश की भारतीय आत्मा के नाम से प्रसिद्ध कवि, लेखक पंडित स्व.माखनलाल चतुर्वेदी की जन्मस्थली बाबई माखननगर के नाम से जानी जाएगी। होशंगाबाद को नर्मदापुरम और बाबई को माखननगर करने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। अब नर्मदा जयंती के शुभ दिन से दोनों शहरों को नर्मदापुरम और माखननगर कहा जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार रात को ट्वीट किए। जिसमें होशंगाबाद जिले का नाम ‘नर्मदापुरम’ और बाबई को माखननगर करने के आग्रह को केंद्र सरकार ने स्वीकृति दी है। सीएम चौहान ने माखननगर (बाबई) एवं नर्मदापुरम (होशंगाबाद) के निवासियों सहित समूचे प्रदेश की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हार्दिक अभिनंदन किया व आभार माना है। दोनों स्थानों के लिए राजस्व विभाग अनुमति के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को फाइल को भेजा गया था। वहां से अनुमति मिल गई है, अब प्रदेश सरकार नाम परिवर्तन की 7 फरवरी तक अधिसूचना सरकार को जारी कर सकती है।
मुख्यमंत्री मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा कि नर्मदा जयंती के शुभ दिन से होशंगाबाद को नर्मदापुरम और बाबई को माखननगर नाम से कहा और पहचाना जाएगा।देश की भारतीय आत्मा के नाम से पहचाने जाने वाले प्रसिद्ध लेखक, कवि, पत्रकार पंडित दादा माखनलाल चतुर्वेदी की जन्मस्थली बाबई है। इसे माखननगर करने की मांग वर्षों से उठती आ रही थी। जो मांग अब पूरी हो रही है। नाम बदल कर ‘माखन नगर’ करने के आग्रह को केंद्र ने स्वीकार कर लिया है।