दूल्हे की जगह घोड़े पर बैठी दुल्हन, दूल्हे के घर तक निभाई परंपरा

बुरहानपुर। दूल्हे को घोड़ी पर सवार होकर अपनी दुल्हन लाते आपने कई बार देखा होगा, लेकिन बुरहानपुर में एक दुल्हन घोड़ी पर सवार होकर अपने दूल्हे के घर पहुंची। दुल्हन नाचते हुए खुद ही अपनी बारात लेकर गई।। दुल्हन का नाम ज्योति शाह है। ज्योति इंदौर की एक निजी कंपनी में एचआर है। उनका विवाह बेलगाम कर्नाटक में मैकेनिकल इंजीनियर देवेंद्र पिता मनोहरदास नागराज से तय हुआ है। शनिवार शाम ज्योति घोड़े पर सवार होकर बारात के आगे झांसी की रानी के गेटअप में दुल्हन बनकर गुजराती समाज वाड़ी पहुंची। जहां वर पक्ष ठहरा हुआ था।

गुजराती समाज में परपंरा है कि वधु घोड़े पर सवार होकर वर पक्ष के घर जाती है। इस परंपरा का समाज के अधिकांश लोग अपनी खुशी के अनुसार निर्वहन करते हैं। शनिवार को ज्योति इसी परंपरा के तहत घोड़े पर सवार होकर निकली। पीछे-पीछे बैंड बाजा और बाराती चले। ज्योति ने कहा- मैं झांसी की रानी बनकर वर पक्ष के यहां जा रही हूं। दोनों का विवाह गुजराती वाड़ी में हो रहा था इसलिए ज्योति वहां घोड़े पर सवार होकर पहुंची। ज्योति के पिता राजेंद्र शाह ने कहा- यह एक खुशी होती है। हमारी सालों पुरानी परपंरा भी है जिसे कन्या घाटी कहते हैं। इसे हम पूरा कर रहे हैं।

ज्योति का विवाह जिस युवक से हुआ वह भी बुधवारा का ही रहने वाला है, लेकिन दोनों अलग-अलग स्टेट में सर्विस करते हैं। ज्योति इंदौर की एक निजी कंपनी में एचआर और देवेंद्र बेलगाम कर्नाटक में मैकेनिकल इंजीनियर है। बारात बधुवारा से निकलकर कोतवाली थाना रोड, फव्वारा चौक, गांधी चौक, जय स्तंभ वार्ड होते हुए समाज की गुजराती मोड़ धर्मशाला पहुंची। जहां दोनों का विवाह हुआ।

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