करैरा। नगर के बीचों बीच स्थित शासकीय भूमि पर दबंगों द्वारा आलीशान भवनों का निर्माण करा लिया गया जबकि यह शासकीय सर्वे न. 1501 की चरनोई भूमि है लेकिन शासन द्वारा करोड़ों की शासकीय भूमि पर अवैध निर्माण करा दिया गया है जबकि यह भूमि शासन के यहां आज भी चरनोई भूमि मे अंकित है। फिर भी नगरपालिका अधिकारी ,एस डी एम तथा तहसीलदार द्वारा इस शासकीय भूमि सर्वे न. 1501 पर ध्यान नहीं दिया गया है। जबकि पूर्व कलेक्टर बी एल कांताराव एवं डॉ एम गीता द्वारा लोकल प्रशासन को उक्त भूमि सर्वे न.1501 पर कोई भी अवैध निर्माण ना होने के लिए अधिकृत किया गया था फिर भी शासन की बेशकीमती जमीन पर अवैध निर्माण किया जा चुका है। जिससे शासन को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। कुछ भू-माफियाओं द्वारा सर्वे न. 1500 की रजिस्ट्री कराकर 1501 में निर्माण कार्य किया गया है शासन की इस अनदेखी के कारण भू माफियाओं के हौंसले बुलंद हैं और वह करैरा के शासकीय नंबरों पर मिली भगत से कब्ज़ा कर बाद में अपना नंबर बताकर विक्रय कर देते हैं। करैरा नगर के बीचों बीच कच्ची गली से लेकर शासकीय हाईस्कूल आई टी बी पी तक की करोड़ों की शासकीय भूमि सर्वे न. 1501 पर 2003 के बाद धीरे धीरे भू-माफियाओं ने अवैध कब्जा करके बेच दी, जिससे उसी सर्वे नंबर 1501 पर आलीशान भवनों का निर्माण हो गया है।प्रभारी तहसीलदार जी एस बैरवा का कहना है की आपने मेरे संज्ञान में जो ये अतिक्रमण का मामला लाया है उसे मैं दिखवाह लेता हूं।