नई दिल्ली। खगोल विज्ञान और ज्योतिष दोनों में ही सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण की घटनाओं को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इन ग्रहणों को देखने, उनसे नई जानकारियां पाने के लिए खगोल विज्ञानी जहां इंतजार करते हैं, वहीं ज्योतिष में ग्रहणों को अशुभ माना गया है।इन ग्रहणों का जिंदगी पर बड़ा असर होता है। साल 2022 की बात करें तो इस साल कुल 4 ग्रहण लगेंगे।इनमें से 2 सूर्य ग्रहण हैं और 2 चंद्र ग्रहण हैं।
साल का पहला ग्रहण सूर्य ग्रहण रहेगा। 30 अप्रैल 2022 को दोपहर 12:15 बजे से शाम 04:07 बजे तक रहेगा।यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह दक्षिण-पश्चिम अमेरिका, प्रशांत अटलांटिक और अंटार्कटिका में दिखाई देगा। भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा, लिहाजा इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। साल का दूसरा ग्रहण चंद्र ग्रहण होगा। साल 2022 का दूसरा ग्रहण और पहला चंद्र ग्रहण 16 मई को लगेगा। यह सुबह 07:02 बजे से दोपहर 12:20 बजे तक होगा।पहले सूर्य ग्रहण की तरह ही यह चंद्र ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा। लिहाजा इसका भी सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण दक्षिणी-पश्चिमी यूरोप, दक्षिणी-पश्चिमी एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, पैसिफिक, अटलांटिक, अंटार्कटिका, हिंद महासागर में देखा जा सकेगा।
साल का तीसरा ग्रहण साल 2022 का तीसरा ग्रहण और दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगेगा। यह भी आंशिक ग्रहण है और शाम 04:29 बजे से 05:42 बजे तक रहेगा। यह भी भारत में दिखाई नहीं देगा। इसे यूरोप,दक्षिण-पश्चिम एशिया, अफ्रीका और अटलांटिका में देखा जा सकेगा।इस ग्रहण का भी सूतक काल मान्य नहीं होगा। साल का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को दोपहर 01:32 बजे से शाम 07:27 बजे तक रहेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण रहेगा और भारत में दिखाई देगा। लिहाजा इसका सूतक काल मान्य रहेगा। इस ग्रहण को भारत के साथ-साथ दक्षिणी-पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, पेसिफिक, अटलांटिक और हिंद महासागर में देखा जा सकेगा।