ग्वालियर। ग्वालियर एडिशन SP के पास पहुंची 70 साल की एक बुजुर्ग महिला ने कहा- कि साहब मैं जिंदा हूं अभी इतना सुनते ही ASP ने बुजुर्ग महिला से पूछा क्या हुआ है अम्मा बुजुर्ग महिला ने रोते हुए बताया कि मैं जिंदा हूं साहब एक रिटायर्ड पटवारी ने मेरी मृत्यु का जाली प्रमाण पत्र बनाकर मेरी लाखों रुपए की संपत्ति हड़प ली है। ASP ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
ज़िंदा हूं साहब, जलसाज़ों ने मुझे कागजों में मार दिया
गोला का मंदिर इलाके में रहने वाली 70 साल की नारायणी देवी के पति दीवान सिंह का निधन हो चुका है। नारायणी देवी के तीन बेटे है। नारायणी देवी ने बताया कि गोला का मंदिर के पंडित विहार कॉलोनी में उनका 1500 वर्गफुट का मकान है, मकान में नीचे दुकान और ऊपरी माले पर वो खुद रहती है। ये मकान उनके नाम है। लेकिन पंडित बिहार कालोनी मे रहने वाली बालीबाई ने वर्ष 2020 मेंं धोखे से अंगुठा लगवाकर फर्जी वसीयत तैयार करावा ली। नारायणी देवी का आरोप है कि इस पूरे फर्जीवाड़े का षडयंत्र बालीवाई के पति भगवान सिंह द्वारा रचा गया। जो कि पूर्व मे पटवारी रहे हैं। इस फर्जी वसीयत में घासमंडी के रहने वाले नन्हे सिंह और चतुर सिंह ने गवाही दी। नोटरीकर्ता विधा ताम्बट ने जाली दस्तावेज तैयार कर नोटरी की है।
इस साज़िश को सफल बनाने और वसीयत में दर्शयी संपत्ति को हड़पने के लिए नारायणी देवी का फर्जी मृत्यू प्रमाण पत्र तैयार कराया गया, ग्वालियर निगम से 28 अक्टूबर 2010 को उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बना, जिसमें 5 जनवरी 2001 को नारायणी देवी की मृत्यु दर्शयी गई।नगर निगम के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ। इसके बाद संपत्ति का नामंतरण भी 5 मार्च 2013 को अपर तहसीलदार मुरार से मिलकर नामांतरण स्वीकार के आदेश पारित करा लिए। जबकि वह अभी जिंदा है और उन्हे मृत बताकर यह फर्जीवाड़े का खेल खेला गया।
बेटा बोला- जान से मारने की धमकियां दे रहे जालसाज
नारायणी देवी के बेटे आनंद तोमर ने बताया कि जालसाजी करने वाले लोग अब उनको धमकी दे रहे हैं। नारायणी देवी के परिवार को झूठे केस में फंसा ने की धमकियां मिल रही है। नारायणी बाई के बेटे आनंद तोमर के मुताबिक उन्होंने एक दिन ऑनलाइन अपनी संपत्ति के खसरे देखे। तब पता चला कि संपत्ति के खसरे में मां नारायणी बाई को मृत बताकर बालीवाई का नाम चढ़ा हुआ था। तब आनन्द को इस फर्जी वाडे का पता चला। अब इस मामले मेंं ASP राजेश दंडौतिया से शिकायत की है। उन्होने आश्वासन दिया है कि दोषी पर कार्रवाई करेगे। पुलिस अब जलसाज़ों के खिलाफ रिकॉर्ड खंगाल रही है कि कागजों में मृत बताई जा रही नारायणी देवी को इंसाफ दिलाया जा सके।