भोपाल। यूक्रेन से वतन वापसी के लिए रोमानिया बॉर्डर पहुंच रहे भारतीय स्टूडेंट्स के साथ बर्बरता हो रही है। बॉर्डर पर वर्दी पहने जवानों ने छात्रों से मारपीट की है। दहशत फैलाने के लिए हवाई फायरिंग भी की गई। छात्रों ने इसके वीडियो यूक्रेन में रह रहे अपने दोस्तों को भेजे हैं। कीव में रहकर MBBS की पढ़ाई कर ही भोपाल की सृष्टि विल्सन के पास भी इसका वीडियो आया है। सृष्टि ने बताया कि हम लोगों से अच्छा सलूक नहीं किया जा रहा। लड़कियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया जा रहा है। ये वीडियो सृष्टि विल्सन ने ही दैनिक भास्कर को उपलब्ध कराया है
सृष्टि ने बताया कि इलाके में कर्फ्यू लगा है। हम लोग काफी डरे हुए हैं। खाने की चीजों की भी शाॅर्टेज होने लगी है। सृष्टि अभी अपने फ्लैट में हैं। उन्होंने बताया कि फ्लैट से करीब एक किलोमीटर दूर बम से हमला हुआ था। सृष्टि ने बताया कि भारतीय छात्रों के रोमानिया बॉर्डर पर पहुंचने पर वहां मौजूद नाइजीरिया और साउथ अफ्रीका के छात्रों ने भी उनके साथ मारपीट और हाथापाई की है। आरोप है कि उनकी आंखों में मिर्च का स्प्रे भी डाल दिया गया। इसकी वजह से कई छात्रों के मोबाइल फोन व अन्य सामान वहीं छूट गया।
स्टूडेंटस को जैसे ही खबर मिली कि भारत सरकार ने पोलैंड, हंगरी और रोमानिया बॉर्डर से भारतीय लोगों को बाहर निकालने की तैयारी शुरू कर दी है। बाॅर्डर पहुंचने के बाद उन्हें निकाल लिया जाएगा। इसके बाद यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स ने स्थानीय एजेंट की मदद से दूतावास को सूचना दिए बिना ही बाॅर्डर पर पहुंचना शुरू कर दिया।
दूतावास ने स्टूडेंट्स को यूक्रेन के पश्चिमी शहरों की ओर जाने की सलाह दी थी। अचानक से बाॅर्डर पर स्टूडेंट्स की भीड़ बढ़ने की वजह से यह हालात बने हैं। इससे उन्हें निकालने में समस्या हो रही है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारतीय स्टूडेंट्स की हालात ठीक नहीं हैं। भले ही, केंद्र सरकार और दूतावास ने बाॅर्डर तक पहुंचने की सलाह दी हो, लेकिन वहां पहुंचने के बाद भी स्टूडेंट्स 12 घंटे से अधिक समय से फंसे हैं। उन्हें निकालने की व्यवस्था नहीं है। यूक्रेन के कीव, खार्किव के बाद अब बाॅर्डर पर फंसे स्टूडेंट्स वीडियो भेजकर परेशानी बयां कर रहे हैं।