भोपाल। सरकार की चुनावी रेल फिर पटरी पर उतरने के लिए तैयार है। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना फिर शुरू हो रही है। बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन कराने वाली ये योजना कोरोना संक्रमण काल में बंद कर दी गयी थी। आखिरी ट्रेन जनवरी 2020 में चली थी। मध्य प्रदेश में कोरोना काल में बंद हुई मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना एक बार फिर पटरी पर दौड़ने के लिए तैयार है। कोरोना संक्रमण प्रतिबंध हटने के बाद शिवराज सरकार चुनाव के पहले हजारों बुजुर्गों को रामलला सहित अन्य तीर्थ स्थानों के दर्शन कराने की तैयारी में जुट गई है। शिवराज सरकार अपनी पुरानी चर्चित योजना तीर्थ दर्शन योजना को एक बार फिर शुरू करने की तैयारी में है।
सरकार 2 साल बाद फिर से बुजुर्गों को सरकारी खर्च पर तीर्थ दर्शन पर भेजेगी। इसके लिए धर्मस्व विभाग की रेलवे के अफसरों के साथ चर्चा हो चुकी है। प्रदेश सरकार के प्रस्ताव पर आईआरसीटीसी ने ट्रेन चलाने पर अपनी सहमति दे दी है। जानकारी के मुताबिक शिवराज सरकार अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के साथ रामलला के दर्शन बुजुर्गों को कराने की तैयारी में है।
मंत्री मोहन यादव ने कहा कोरोनान काल के बाद सरकार अपनी पुरानी योजनाओं को फिर से शुरू करने की तैयारी में है। जल्द ही मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना भी शुरू कर दी जाएगी। प्रदेश में जनवरी 2020 में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत आखिरी ट्रेन रवाना हुई थी. इसके बाद कोरोना काल में योजना को बंद कर दिया गया था। चुनाव के पहले सीएम शिवराज अपनी पुरानी योजना को हरी झंडी दिखाने की तैयारी में हैं। सिर्फ आयोध्या ही नहीं बल्कि कई और धार्मिक स्थलों के लिए भी ट्रेन चलाई जाएंगी। मतलब साफ है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 60 साल से ऊपर वाले बुजुर्गों को रिझाने के लिए शिवराज सरकार का यह दांव विपक्ष के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाला जरूर साबित हो सकता है।