ग्वालियर। ग्वालियर में शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का नाम मतदाता सूची से गायब होने के बाद सियासी संग्राम शुरू हो गया है। कांग्रेस ने प्रशासन पर भाजपा के इशारे पर मतदाता सूचियों में गड़बड़ करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का आरोप है कि BJP ने कांग्रेसी वोटर को मतदान से रोकने के लिए नाम गायब कराने की साज़िश रची है।
जिला अध्यक्ष का ही नाम गायब
जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा और उनके परिवार का नाम मतदाता सूची से गायब पाया गया है। देवेंद्र शर्मा ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के वार्ड नंबर 34 कमल सिंह के बाग में अपने परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने बताया है कि उत्तर प्रदेश में चुनाव के दौरान मतदाताओं के नाम गायब होने की जानकारी जब उन्हें लगी, तो उन्होंने भी स्थानीय मतदाता सूची में अपना नाम चेक किया। इस दौरान पोलिंग नम्बर 117 की मतदाता सूची से उनका नाम और उनके परिवार के सभी सदस्यों का नाम भी मतदाता सूची से गायब था। जिसके चलते उन्होंने मतदाता सूची में नाम ना होने की शिकायत चुनाव आयोग को ईमेल के जरिये भेजी है।
कांग्रेस बोली- मतदान रोकने के लिए BJP कर रही गड़बड़ी
देवेंद्र शर्मा ने आरोप लगाया है कि यह सब भाजपा के इशारे पर प्रशासन द्वारा किया जा रहा है उनके जैसे तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नाम मतदाता सूची से प्री प्लान हटाए गए हैं ताकि भाजपा को इसका फायदा मिल सके। वहीं कांग्रेस के इन आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी से ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर का कहना है कि जब लोग हार को अपने सामने देखते हैं तो वह ऐसे ही ऊल जुनून आरोप लगाते हैं। देश में कांग्रेस अच्छे से जानती है कि 10 मार्च को जब निर्णय सामने आएगा तो कांग्रेस का एक बार फिर सूपड़ा साफ होगा यही वजह है कि वह डरी हुई है और मध्य प्रदेश में भी ऐसे झूठे आरोप लगाकर माहौल बनाना चाहती है लेकिन इससे भारतीय जनता पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग को की गई शिकायत पर जिला प्रशासन भी सक्रिय हुआ है और इस बात की पड़ताल कर रहे है कि आखिर किस किस चूक के चलते जिला अध्यक्ष देवेश शर्मा और उनके परिवार के लोगों का नाम मतदाता सूची से गायब हुआ है।