ग्वालियर। प्रदेश के पहले ड्रोन स्कूल का शुभारंभ गुरुवार का हुआ। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया,नरेन्द्र सिंह तोमर,सांसद विवेक शेजवलकर ड्रोन उड़ाकर स्कूल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ड्राेन स्कूल में शिक्षा लेने वाले छात्र यदि कृषि क्षेत्र में इसका उपयोग करने के लिए ड्रोन खरीदते हैं ताे उनकाे 4 लाख की सब्सिडी दी जाएगी और कृषि स्नातक छात्रों को 5 लाख तक की सब्सिडी मिलेगी। एमआइटीएस में एक छात्रावास का भी शिलान्यास किया गया। इस माैके पर प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी एवं प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट व एमआइटीएस के डायरेक्टर आरके पांडे, सहित अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सीएम और केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह ताेमर के सहयाेग से तीन माह में पहला ड्राेन स्कूल खुल गया है। उन्हाेंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री का कहना है कि हमारा देश फ्लाेवर नहीं लीडर बनना चाहिए, ये उसी दिशा में उठाया गया कदम है। तीन माह में सारी अनुमतियां मिल गईं और स्कूल खुल गया। वहीं केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह ताेमर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में हमारे किसान भाई ड्राेन का उपयाेग कर उन्नत खेती करके मुनाफ कमा सकेगा।
ड्रोन स्कूल संचालन के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी और एमआइटीएस के बीच एमओयू साइन हुआ था। एमआइटीएस परिसर में ड्रोन स्कूल का संचालन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी द्वारा किया जाएगा। अकादमी के अनुराग शुक्ला ने बताया कि स्कूल में पहली क्लास 12 मार्च से शुरू होगी। जिसमें 3 दिन की प्रैक्टिकल क्लास, ड्रोन उड़ाना, सीखने के लिए झारखंड के दो छात्र आ रहे हैं। अभी 10 लोग आनलाइन प्रवेश ले चुके हैं। जिनकी क्लास भी 12 मार्च से शुरू की जाएगी। 6-6 छात्रों के अलग-अलग बैच बनाए जाएंगे। माह में करीब 30 छात्र ड्रोन उड़ाना सीख सकेंगे।