जबलपुर। जबलपुर में ईओडब्ल्यू की टीम ने बुधवार सुबह 5.50 बजे डॉक्टर दंपती के घर छापा मारा। दोनों मेडिकल कॉलेज जबलपुर में प्रोफेसर हैं। छापे में उनकी अब तक कुल आय 3.15 करोड़ रुपए होती है, लेकिन शुरुआती आकलन में ही 5.50 करोड़ की प्रॉपर्टी मिल चुकी है। ये राशि 12 करोड़ तक पहुंच सकती है। दंपती की कमाई के हिसाब से उनका आलीशान मकान देखकर ईओडब्ल्यू की टीम भी हैरान थी। डॉ. तृप्ति गुप्ता मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रभारी परीक्षा नियंत्रक रह चुकीं है। अभी वे मेडिकल कॉलेज जबलपुर में प्रोफेसर हैं। उनके पति प्रोफेसर अशोक साहू भी वहीं पदस्थ हैं। मेडिकल यूनिवर्सिटी में छात्रों को पास-फेल करने के घोटाले का खुलासा होने के समय वह यूनिवर्सिटी में ही पदस्थ थीं। जांच टीम से नजदीकी के चलते वह भी कुछ लोगाें के निशाने पर थी। इस प्रकरण से जोड़कर ये कार्रवाई देखी जा रही है। तीन महीने पहले प्रोफेसर दंपती के खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत हुई थी। निरीक्षक स्वर्णजीत सिंह धामी ने जांच की, तो बेनामी संपत्ति होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद आज सुबह सर्चिंग की कार्रवाई की गई। टीम के जगाने पर पहले उन्होंने अपने वकील से बात कराई। इसके बाद गेट खोला।
आलीशान मकान का कुछ समय पहले ही तैयार हुआ है। प्रोफेसर दंपती ने सामने फुटपाथ की लगभग 500 स्क्वेयर फीट जमीन पर भी अवैध कब्जा कर उसे निजी गार्डन बना लिया है। मकान की भव्यता देख टीम भी चकरा गई। SP ईओडब्ल्यू देवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि DSP मनजीत सिंह की अगुवाई में निरीक्षक धामी सहित 14 लोगों की टीम ने सुबह धनवंतरी नगर स्थित प्रोफेसर दंपती के MIG-516 नंबर के मकान पर दबिश दी । एसपी ईओडब्ल्यू देवेंद्र सिंह राजपूत के मुताबिक प्रोफेसर दंपती ने अकूत संपत्ति जमा की है। 12 साल से नौकरी कर रहे दंपती की वैध आय 3.15 करोड़ होती है। इस आय में 72% से अधिक व्यय किया गया है। लेकिन, इसी अवधि में दोनों ने 5.50 करोड़ रुपए की संपत्ति बना ली। इस आकलन के बाद प्रोफेसर दंपती के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज कर सर्चिंग की कार्रवाई की जा रही है। सर्चिंग में कुछ जानकारी सामने आई है। शाम तक आकलन कर विस्तृत जानकारी देंगे।
जानकारी मिली है कि, डॉ. तृप्ति गुप्ता की पढ़ाई भोपाल से हुई है। वर्तमान में वे जबलपुर मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर हैं। यहीं पर पदस्थ प्रोफेसर अशोक साहू से 2011 में उनका प्रेम विवाह हुआ था। दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी की थी। उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा 6 साल, छोटा दो साल का है। डॉ. तृप्ति गुप्ता मप्र की इकलौती मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रतिनियुक्ति पर प्रभारी परीक्षा नियंत्रक का दायित्व संभाल चुकी है। माइंड लॉजिस्टिक कंपनी से मिलीभगत कर छात्रों को पास-फेल करने के प्रकरण से वे चर्चा में आई थीं। कुछ दिन पहले ही उनकी प्रतिनियुक्ति समाप्त कर वापस मेडिकल कॉलेज में भेजा गया था।