सीहोर। प्रथम सीडीएस बिपिन रावत के अंगरक्षक बलिदानी जितेंद्र कुमार वर्मा (चंद्रवंशी) की धर्मपत्नी सुनीता चंद्रवंशी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इछावर विधायक पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के साथ भोपाल स्थित कार्यालय में एक करोड़ रुपये की सहायता राशि का चेक दिया। इस मौके पर पूर्व राजस्व मंत्री ने मुख्यमंत्री की बलिदानी सैनिक के परिवार के प्रति अपनी संवेदनशीलता का अद्वितीय उदाहरण बताया, वहीं बलिदानी जितेंद्र कुमार चंद्रवंशी की धर्मपत्नी सुनीता चंद्रवंशी को जीवन यापन के लिए शासकीय नौकरी प्रदान करने का मुख्यमंत्री से आग्रह किया है
उल्लेखनीय है की मध्य प्रदेश सरकार द्वारा भारतीय सेना में सेवा दे रहे मध्य प्रदेश के जवानों के बलिदानी होने पर उनके परिजनों को सहायतार्थ एक करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जाती है। विधायक करण सिंह वर्मा ने कहा कि हम बलिदानी परिवार की आंशिक रूप से सहायता कर कृतज्ञ हैं। ज्ञात हो कि आठ दिसंबर 2021 को तमिलनाडू के कुन्नूर में हेलीकाप्टर क्रेश होने से सीडीएस बिपिन रावत की सुरक्षा में तैनात पीएसओ जितेंद्र वर्मा का निधन हो गया था। गांव में बड़ी संख्या में आमजन से लेकर अधिकारी और जन प्रतिनिधियाें ने नम आखों से राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी थी। वहीं करीब चार माह बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भोपाल स्थित कार्यालय में बलिदानी जितेंद्र वर्मा की पत्नी सुनीता व पिता शिवराज सिंह वर्मा को एक करोड़ रुपये सहायता राशि का चेक प्रदान किया।
एक माह में मिलेगी शासकीय नौकरी, बनेगा स्मारकः बलिदानी जितेंद्र वर्मा के पिता शिवराज सिंह वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सहायता राशि के रूप में एक करोड़ रुपये का चेक दिया है। साथ ही इछावर विधायक करण सिंह वर्मा के आग्रह पर एक माह में शासकीय नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया है। बलिदानी की पत्नी ने मुख्यमंत्री को बताया कि अभी तक स्कूल का नाम बलिदानी जितेंद्र वर्मा के नाम पर नहीं हुआ है और न ही उनके नाम का स्मारक बना है। जिसको लेकर सीएम ने जल्द ही बलिदानी जितेंद्र वर्मा का स्मारक बनाने की बात कही है। सुनीता ने मुख्यमंत्री से शिक्षक बनने की इच्छा जताई तो मुख्यमंत्री ने कहा कि उसके लिए डीएड-बीएड होना जरूरी है, लेकिन उन्होंने कहा कि एक माह के अंदर किसी भी बेहतर शासकीय विभाग में उन्हें शासकीय सेवक के रूप में नियुक्त कराया जाएगा।
बलिदानी जितेंद्र वर्मा के छोटे भाई धर्मेंद्र वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा भेजा गया पत्र मंगलवार को मिला था। जिसमें सम्मान सहित भोपाल स्थित कार्यालय बुलाया गया था, जहां मम्मी-पापा और भाभी ने जाकर एक करोड़ रुपये राशि का चेक प्राप्त किया। इससे पूर्व एसबीआइ बैंक के अधिकारियों ने बीमा राशि के रूप में करीब 40 लाख रुपये का चेक दिया था।