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Sunday, November 17, 2024

उच्च शिक्षा मंत्री का कॉलेजों को लेकर ये बड़ा फैसला

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भोपाल। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने होलकर साइंस कॉलेज में 5.23 करोड़ रुपये की लागत से विजय भाटकर भवन (कंप्यूटर भवन), 2.86 करोड़ रुपये से स्वामी विवेकानंद प्रयोगशाला और 3.53 करोड़ रुपये से सिद्धि विनायक भवन (शैक्षणिक) का शुभारंभ किया गया। विश्व बैंक की ओर से तीन करोड़ रुपये से सीवी रमन प्रयोगशाला और देवी अहिल्या गर्ल्स होस्टल का भूमिपूजन किया गया। खेल मैदान भी प्रस्तावित है। मंत्री डॉ. यादव ने कॉलेज की उत्कृष्ट बिल्डिंग व लेबोरेटरी का लोकार्पण किया। इसके साथ ही 121 साल बाद यहां बने गर्ल्स होस्टल को बड़ी सौगात बताते हुए कहा कि इससे उन छात्राओं को काफी राहत मिलेगी जो बाहर से यहां आकर पढ़ना चाहती हैं। इसके साथ ही उन्होंने अन्य विकास कार्यों का भूमि पूजन किया और कॉलेज प्राचार्य सुरेश सिलावट के साथ कुछ कामों की समीक्षा भी की।

 

 

उन्होंने उम्मीद जताई कि इनसे अब अच्छा लाभ मिलेगा तथा स्टूडेंट्स को सुविधा होगी। मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सरकार आगे आई है। सरकारी कालेजों को ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहायता देना है। इसके लिए अलग से बजट निर्धारित हो चुका है। अब होलकर साइंस कॉलेज में रिसर्च को प्रमुखता से बढ़ावा दिया जाएगा। यहां जल्द ही एक इन्क्यूबेशन सेंटर बनाया जाएगा। साथ ही नए स्टार्टअप को लेकर अगले कुछ महीनों से काम शुरू किया जाएगा। कालेज को प्रस्ताव भी बनाकर देना है।

 

 

इन सुविधाओं का कॉलेज के बारह हजार छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा। मंत्री यादव ने कहा कि अगस्त में होलकर कॉलेज में नैक का दौरा प्रस्तावित है। कॉलेज में मूलभूत सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी, इसलिए कॉलेज से प्रस्ताव मांगा है। जल्द ही सरकार से आर्थिक सहायता दी जाएगी। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि कोरोना काल में कॉलेजों ने ऑनलाइन कक्षाएं रखीं। मौके का पूरा फायदा उठाते हुए प्रबंधन ने कॉलेज का विस्तार किया। दो साल में नए भवन और प्रयोगशाला बनाई। इस अवसर पर मंत्री उषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, विधायक आकाश विजयवर्गीय, कुलपति प्रो.रेणु जैन, प्राचार्य प्रो.सुरेश सिलावट भी उपस्थित थे।

 

 

 

मंत्री यादव ने कहा कि सत्र 2020-21 में नई शिक्षा नीति लागू हो चुकी है। कोरोना की कठिन लहर के बावजूद सरकार शिक्षा को लेकर काफी गंभीर है। पहली लहर के दौरान से ही हम एकेडमिक कैलेंडर में काम करते रहे और अच्छा काम किया। अब तो अनुकूल समय है। प्रदेश में 528 सरकारी कॉलेज, 1500 प्राइवेट कॉलेज, 42 प्राइवेट इंडस्ट्रीज व 16 सरकारी विवि हैं। नई शिक्षा नीति के तहत सभी विवि व कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र का पहला वर्ष सफलता के साथ पूरा किया है। अब सेकंड ईयर की तैयारी की है। इसमें सांस्कृतिक इतिहास से जुड़े पक्ष, नैतिक शिक्षा, रामचरित मानस के साथ ही पशु संवर्धन, जैविक खेती, हॉर्टिकल्चर जैसे रोजगारोन्मुखी कोर्स संचालित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में तेजी से विकास कार्य हुए हैं। कॉलेज की उत्कृष्ट बिल्डिंग, लेबोरेटरी आदि बनकर तैयार हुए हैं, जो माइल स्टोन है। शिक्षा के क्षेत्र में अभी अधोसंरचना का बहुत सा काम किया जाना है। जिन्हें जल्द गति दी जाएगी।

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