नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ जारी जंग में आम जनता के लिए अच्छी खबर है। 2 साल बाद सरकार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम (Disaster Management Act) हटा लिया है। 31 मार्च 2022 से इस एक्ट के तहत लगाई गई सभी पाबंदियां हटा ली जाएंगी। हालांकि मास्क लगाने, शारीरिक दूसरी का पालन करने और सैनेटाइजर का इस्तेमाल करते रहना होगा। केंद्र सरकार ने अपने इस फैसले के बारे में राज्यों को जानकारी दे दी है। ये पाबंदियां हटाना इस बात का संकेत है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर पूरी तरह खत्म हो रही है। अभी देश में केवल 23,913 एक्टिव केस रह गए हैं और पॉजिटिविटी रेट 0.28 फीसदी रह गया है।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने एक आदेश में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड रोकथाम उपायों के लिए डीएमए अधिनियम 2005 (Disaster Management Act) के तहत जारी सभी दिशानिर्देश वापस लेने पर की बात कही है। आदेश में कहा गया है, ‘राज्य/केंद्र शासित प्रदेश ऐसे एसओपी/सलाह का पालन करना जारी रख सकते हैं जो समय-समय पर एमओएचएफडब्ल्यू द्वारा कोविड रोकथाम उपायों, टीकाकरण और अन्य संबंधित पहलुओं के लिए जारी किए जा रहे हैं।
भारत में दैनिक कोविड मामलों में निरंतर गिरावट देखी जा रही है। सकारात्मकता दर 0.5% से नीचे आ चुकी है। बुधवार को भारत में कोरोना के 1,778 नए केस दर्ज हुए और 62 मरीजों की मौत हुई। अब देश में करीब 23,000 सक्रिया मरीज हैं। इनका इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है या कोरोना पॉजिटिव आने के बाद इन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। भारत में जहां कोरोना की तीसरी लहर कमजोर पड़ रही है, वहीं यूरोप और चीन में एक और उछाल देखा गया है। चीन के कुछ शहरों में तो नए सिरे से लॉकडाउन लगाया गया है। यही कारण है कि भारत में लोगों से बेसिक कोरोना नियमों का पालन करने के लिए कहा जा रहा है।