भोपाल। अलग–अलग स्थानाें पर सक्रिय तीन मौसम प्रणालियाें के कारण मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। अरब सागर से आ रही नमी के कारण प्रदेश के अधिकतर जिलाें में बादल छा गए हैं। इस वजह से फिलहाल लू से राहत मिल गई है। हालांकि बादलाें के कारण रात के तापमान में बढ़ाेतरी भी हुई है। इसी क्रम में गुरुवार काे राजधानी का न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह पिछले 10 साल में मार्च माह में रात का सबसे अधिक तापमान है। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक शुक्रवार काे नीमच, मंदसौर, राजगढ़, आगर, गुना, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी जिलाें में कहीं – कहीं बूंदाबांदी हाे सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि गुरुवार काे राजधानी का अधिकतम तापमान 38.4 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया, जाे सामान्य से तीन डिग्रीसे. अधिक रहा। यह बुधवार के अधिकतम तापमान 37.9 डिग्रीसे. की तुलना में 0.5 डिग्रीसे. अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया, जाे सामान्य से छह डिग्रीसे. अधिक रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 20 डिग्रीसे. के मुकाबले 4.6 डिग्रीसे. अधिक रहा। साहा के मुताबिक बुधवार काे हवाओं का रुख पश्चिमी बना रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षाेभ उत्तर – पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में सक्रिय है। मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। महाराष्ट्र में ही एक प्रति चक्रवात भी बना हुआ है, जिसके कारण अरब सागर से नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से मप्र में बादल छाए हुए हैं। इन तीन मौसम प्रणालियाें के सक्रिय रहने से शुक्रवार काे भी अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन हाेने की संभावना कम है। पश्चिमी विक्षाेभ के आगे बढ़ने के बाद शनिवार से एक बार फिर गर्मी के तेवर तीखे हाेने के आसार है।