छतरपुर। छतरपुर जिले में एक महिला को बच्चा नहीं होने की बड़ी सजा मिली। पति और ससुरालवालों ने उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया। शादी के दस साल बाद भी महिला की स्थिति दयनीय बनी हुई है। महिला ने छतरपुर जिले के एसपी ऑफिस पहुंच कर न्याय की अपील की है। उसने लिखित में एसपी ऑफिस में शिकायत कर ससुरालवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक, ये घटना सिटी कोतवाली थाना के अमानगंज मोहल्ले की है। यहां रहने वाली आरती ने मीडिया को बताया कि उसकी शादी दस साल पहले टीकमगढ़ जिले के दिनेश के साथ हुई थी। दिनेश थाना कुड़ीला अंतर्गत धर्मपुरा गांव में रहता है। शादी के वक्त मायकेवालों ने अपनी क्षमता के मुताबिक दहेज भी दिया था। पीड़ित महिला ने कहा कि ससुरालवाले उसे प्रताड़ित करते थे और बाद में ये कहकर घर से निकाल दिया कि उसके बच्चे नहीं हैं।
पीड़ित महिला ने एसपी को लिखित शिकायत में बताया है कि साल 2015-16 में ससुर उसे मायके छोड़कर चले गए थे। उसके बाद उसे लेने कोई नहीं आया. इन सब बातों से तंग आकर महिला ने पति, सास-ससुर के विरुद्ध घरेलू हिंसा का केस भी दर्ज करवा दिया। महिला ने पति से भरण-पोषण की भी मांग की है। दोनों प्रकरण छतरपुर न्यायालय में चल रहे हैं।
।
महिला ने पुलिस को बताया कि उसके पति, ससुर और दूसरे रिश्तेदार अचानक अप्रैल 2020 में उसके मायके आए और कुछ दस्तावेजों पर साइन कराकर घर ले गए। कुछ दिनों तक सब बहुत अच्छा रहा, लेकिन फिर वो लोग दहेज को लेकर प्रताड़ित करने लगे। उसे सभी के सामने लगातार जलील किया जाने लगा। महिला के मुताबिक, इस साल 28 मार्च को उसने पति दिनेश से कहा कि बच्चा होने के लिए किसी अच्छे डॉक्टर को दिखा देते हैं। इस पर पति ने लात-घूंसों से पिटाई कर दी और रात में घर से निकाल दिया।