नई दिल्ली। उत्तर भारत में तेज गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अप्रैल की शुरुआत में ही तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। रविवार को तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग ने बताया है कि रविवार अप्रैल माह का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया है। फिलहाल अगले 7 दिनों में उत्तर प्रदेश में गर्मी और ज्यादा बढ़ सकती है। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गर्मी बढ़ने की संभावना है और फिलहाल बारिश होने की कोई संभावना नहीं है। मैदानी इलाकों में अभी तक गर्मी से राहत की कोई उम्मीद नहीं है। 10 अप्रैल तक तापमान हर दिन नए रिकॉर्ड बना सकता है। मौसम विभाग ने कहा कि 10 अप्रैल तक मेरठ में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। आमतौर पर इतना तापमान मई माह में ही दर्ज किया जाता है लेकिन इस बार अप्रैल माह में ही रिकॉर्ड गर्मी पड़ रही है।
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में लू चलने की आशंका है। लोग दोपहर में बाहर निकलने से बचें और स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वहीं दूसरी ओर विदर्भ और गुजरात में भी पारा ऊपर चढ़ेगा। दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान के कुछ हिस्सों, गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखंड और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बनी रहेगी। दिन के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।
मौसम विभाग ने बताया है कि बीते 121 सालों में इस साल मार्च का महीना रिकॉर्ड गर्म रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि 1908 के बाद सबसे कम बारिश मार्च में दर्ज हुई। सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के अभाव में उत्तर भारत में इस दौरान असामान्य रूप से पारा तपा और कम बारिश हुई। दक्षिण भारत का मौसम तंत्र भी इस कारण काफी प्रभावित हुआ। देश में 121 साल बाद मार्च महीने का औसत अधिकतम तापमान 33.10 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी से तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अगले 5 दिनों तक अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश हो सकती है। 2 से 4 अप्रैल के बीच पश्चिम बंगाल के उत्तरी इलाके और सिक्किम में भारी बारिश की संभावना है