ग्वालियर। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ग्वालियर सेंट्रल जेल में सब इस्पेक्टर की हत्या के प्रयास के मामले में बंद एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष शिवराज यादव से मुलाकात करने गए थे। यह मुलाकात जेल मेन्युअल के मुताबिक नहीं हुई। इसमें जेल के पदाधिकारियों ने लापरवाही बरती। क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री व एनएसयूआई जिलाध्यक्ष की मुलाकात का वीडियो वायरल हो गया। इस मामले में प्रथम द्ष्टया दोषी मानते हुए प्रदेश के ग़हमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सुपरिटेंडेंट को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं। हालांकि इस तरह आदेश अभी तक मंत्रालय से नहीं आए हैं।
ग्वालियर। जेल में वीआईपी मीटिंग मामले में गृहमंत्री ने दिए जेल सुपरिटेंडेंट को सस्पेंड करने के आदेश pic.twitter.com/UH3Ko7080A
— NaiDunia (@Nai_Dunia) April 12, 2022
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यंत्री दिगिवजय सिंह ग्वालियर सेंट्रल जेल पहुंचे थे और जेल में सब इंस्पेक्टर की हत्या के प्रयास के मामले में बंद एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष शिवराज यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात में पूर्व मुख्यमंत्री जेलर के केबिन में बैठकर एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष से मुलाकात की। इस बात का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर कांग्रेसियों ने कर दिया। मामले की शिकायत गृह विभाग तक पहुंच गई। इसके बाद ग़हमंत्री ने जेल अधीक्षक को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं। हालांकि मंत्रालय से आदेश जारी नहीं हुए हैं।
एनसयूआई के जिलाध्यक्ष शिवराज यादव व उनके साथी एक प्रदर्शन के दौरान फूलबाग पर सीएम का पुतला दहन कर रहे थे, तभी वहां इंदरगंज के सब इंस्पेक्टर गौतम ने पुतला छीनने का प्रयास किया था। सब इंस्पेक्टर का आरोप है कि शिवराज और उसके साथियों ने इसे मार दो.. कहते हुए पुतला उन पर फेंक दिया। एसआई काफी झुलस गए थे। दिल्ली तक उनका इलाज चला था। इस मामले में पुलिस ने शिवराज यादव सहित कई लोगों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया। तभी से एनएसयूआई जिलाध्यक्ष जेल में बंद हैं।