राजगढ़। यह मेरा सौभाग्य है कि आज यहां आने का मौका मिला। यहां से मेरी दादी व पूज्य पिताजी का गहरा रिश्ता रहा है। कल से आज तक मैने यहां मेरी दादी व पूज्य पिताजी की कहानियां सुनी है। वह किसी गांव में गए। किसी के घर भोजन किया। राजगढ़ जिला सिंधिया परिवार के दिल का एक भाग रहा है। यह बात केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए दिग्विजयसिंह के गढ़ में कही। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज जहां भी हम हैं, वह कार्यकर्ताओ के परिश्रम व जनता के प्यार की बदौलत हैं। में तो कहना चाहूंगा कि कार्यकर्ता माला लेकर खड़े रह्ते हैं, यह नही होना चाहिए, बल्कि नेताओं को कार्यकर्ताओं के लिए माला लेकर खड़े रहना चाहिए। उन्होंने रूस-यूक्रेन विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि हम 22 हजार लोगों को मोदीजी के नेतृत्व में सफलतापूर्वक वापस लाये हैं। एक बालक को हम बचा नहीं सके, इसका हमें सदैव दुःख रहेगा।
उन्होंने आगे कहा कि 18 माह प्रदेश में चुनाव आने वाला है। हमें पूरी एकजुटता से चुनाव लड़ना है। उस समय सिर्फ कमल के फूल व भगवा के लिए ही काम करना है। भगवा को फिर से जिताना है। कमल के फूल व भगवा की हमें लाज रखना है। आपस मे भले ही मतभेद हों, लेकिन पार्टी के लिए सबको एकजुटता से काम करना होगा।जालपा माता की पूजा-अर्चना की, मोहनपुरा बांध देखा केंद्रीय मंत्री सिंधिया शनिवार रात को राजगढ़ पहुंचे थे। रविवार सुबह उन्होंने सिद्धपीठ जालपा माता मंदिर पहुंचकर दर्शन किए व पूजा-अर्चना की। वहां से 3800 करोड़ की सिंचाई परियोजना मोहनपुरा बांध को देखने पहुंचे थे। वहां के पम्प हाउस व प्रेशराजड सिंचाई सिस्टम को देखा। देश की पहली सिंचाई प्रणाली व सिस्टम को देखने के बाद उसकी सराहना की।
सिंधिया ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैंक सखियों व समूहों की महिलाओं से संवाद किया। समूहों की महिलाओं द्वारा किये जा रहे काम के बारे में जाना। दूध, मावा, धनिया, मिर्ची, हल्दी आदि के बारे में समूहों की महिलाओं से जानकारी प्राप्त की। उनके उत्पाद देखकर सराहना की। बैंक सखियों के काम देखे। पिपलबे की बैंक सखियों ने उन्हें बताया कि कोविड के समय 1 करोड़ 94 लाख का ट्रांजेक्शन हमने किया था। इसी बीच उन्होंने कलेक्ट्रेट में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं के बारे में जानकारियां प्राप्त की। कलेक्टर ने जिले में चल रहे विकास कार्यों का प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया। उन्होंने बैठक में कुपोषण मिटाने पर बल दिया। कहा कि कुपोषण को खत्म करने के लिए जनांदोलन बनाओ। नेताओं, अधिकारियों व आम लोगों को इससे जोड़ो। कुपोषण को खत्म करना चाहिए।
प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान कहा कि देश के 118 जिले आकांक्षी जिलों में शामिल है, जिनमे राजगढ़ भी आता है। कुछ क्षेत्रों में यहां ठीक काम हुआ। मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी आई गया। लेकिन कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां अभी भी काम करने की जरूरत है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान व बाद में भी वह दिग्विजय सिंह पर बोलने से बचते रहे। उनसे पूछा गया कि कांग्रेस में रहते कभी राजगढ़ नही आये। किसी ने टोका था या खुद नही आये, तो वह टाल गए। खरगोन दंगों को लेकर दिग्विजय सिंह द्वारा किए जा रहे ट्वीट्स पर जब उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि मैं किसी को व्यक्तिगत लेकर नही बोलूंगा।