भोपाल।मध्यप्रदेश में मार्च-अप्रैल के बाद अब मई महीना भट्टी सा तपेगा। मौसम विभाग के मुताबिक पहले सप्ताह में राहत के बाद गर्मी के तेवर तीखे होने लगेंगे। मई के दूसरे और तीसरे सप्ताह में कई इलाकों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इसमें सबसे आगे ग्वालियर रहेगा।भोपाल और जबलपुर में भी अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा 46 डिग्री तक पहुंच सकता है। उज्जैन-इंदौर में तीनों शहरों की अपेक्षा करीब एक से दो डिग्री तापमान कम रहेगा। यहां 44 डिग्री या इससे नीचे पारा रह सकता है। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि मई का दूसरा और तीसरा सप्ताह ज्यादा परेशानी वाला रहेगा। प्रदेश के कई इलाकों में तापमान बहुत ज्यादा ऊपर चला जाएगा।
वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि प्रशांत महासागर में ला-नीना सक्रिय है। एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है, वहीं दूसरा आ रहा है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे 2 मई से मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल रहेंगे। 3 से 5 मई के बीच कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके बाद पूरा मई महीना सूखा और गर्म रहेगा।
मई के दूसरे-तीसरे सप्ताह में अधिकतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री तक ज्यादा जाएंगे। कई इलाकों में पारा 46 डिग्री के पार जा सकता है। कहीं-कहीं तो यह 47 तक जा सकता है। भोपाल की बात की जाए, तो अधिकतम तापमान 45-46 के बीच, उज्जैन में 44-45, इंदौर में 44, जबलपुर में 45-46 के आसपास रह सकता है। दतिया, ग्वालियर भिंड, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, अशोक नगर, शिवपुरी, अनूपपुर और शहडोल कहीं-कहीं तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को भी छू सकता है। रातें अपेक्षाकृत ठीक रहेंगी। ज्यादातर जगह रात का पारा 28 के नीचे रहेंगे। एक-दो जगह यह 30 से 32 डिग्री तक जा सकता है। रात को तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं है।
मौसम विभाग के अनुसार मई में देश भर में औसत बारिश सामान्य से अधिक होने की संभावना है। भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक बारिश होगी। मध्यप्रदेश में इसके उलट बारिश सामान्य से काफी कम रहेगी। पहले सप्ताह को छोड़कर अन्य दिनों में बारिश की संभावना नहीं है। देशभर में मई में 61.04 मिमि सामान्य बारिश होती है। वर्तमान भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में ला-नीना सक्रिय है। इसके मई में भी इसी तरह बने रहने की संभावना है। अन्य जलवायु मॉडल भी आगामी सीजन के दौरान ला-नीना स्थितियों के लिए बढ़ी संभावना का संकेत दे रहे हैं।