सतना। सतना में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साइंटिस्ट के घर नोटों के बंडल मिले है। ईओडब्ल्यू की छापेमारी में करीब 30 लाख रुपए की नकदी बरामद की गई है। इतने रुपए मिले की ईओडब्ल्यू की टीम को नोटों के इन बंडलों को तखत पर बिछाकर गिनना पड़े। बता दें कि ईओडब्ल्यू ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सतना क्षेत्रीय कार्यालय में पदस्थ साइंटिस्ट सुशील कुमार मिश्रा के मारुति नगर स्थित घर पर रविवार को छापा मारा। शुरुआती जांच में ही करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है। इनकी बहू पटवारी है। लिहाजा उन तक भी जांच की आंच पहुंचने की संभावना है।
शुरुआती जांच के मुताबिक वर्ष 1990 में शासकीय सेवा में आए साइंटिस्ट सुशील कुमार मिश्रा की तनख्वाह से आमदनी भले ही कुल 35 लाख रही , लेकिन उसके घर में इस तनख्वाह के लगभग बराबर की नकदी पाई गई है। करीब 25 लाख रुपए कीमत के जेवर के अलावा लगभग 30 लाख रुपए की नकदी मिली है। जिसे गिनने के लिए EOW की टीम को घंटों लग गए। घर में चल-अचल संपत्ति और तमाम दस्तावेजों को खंगालने के बाद जांच टीम ने साइंटिस्ट के फार्म हाउस को भी जांच के दायरे में लिया है। एक टीम फार्म हाउस भी भेजी गई है।
जिस वक्त ईओडब्ल्यू की टीम साइंटिस्ट सुशील कुमार के घर पहुंची, वहां उसकी पत्नी और बड़ा बेटा ज्ञानेंद्र मिश्रा नहीं थे। वे दोनों भोपाल में हैं, जबकि छोटा बेटा अनिल मिश्रा और बहू ज्योति मिश्रा घर पर ही थे। बहू ज्योति मिश्रा पटवारी है। संभावना जताई जा रही है कि जांच की आंच पटवारी बहू पर भी पड़ सकती है।बताया जाता है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय सतना में बतौर कनिष्ठ वैज्ञानिक पदस्थ सुशील कुमार खुटहा के पास ग्राम गोरसरी के मूल निवासी है। पिछले कुछ वर्षों में इनकी संपत्ति तेज रफ्तार से बढ़ी। मिश्रा के कारनामों की शिकायत कई बार भोपाल तक भी पहुंची, लेकिन ऐसा कहा जाता है कि पैसों और जुगाड़ के दम पर हर बार वह बचते रहे।
ईओडब्ल्यू रीवा की टीम ने सुशील कुमार मिश्रा के मारुति नगर स्थित घर पर दबिश दी। इंस्पेक्टर मोहित सक्सेना और प्रवीण चतुर्वेदी के नेतृत्व में 25 सदस्यीय टीम के वहां पहुंचते ही हड़कंप मच गया। टीम ने घर के अंदर-बाहर लोगों का आनाजाना रोक दिया और जांच शुरू कर दी।साइंटिस्ट के पास स्मार्ट सिटी से लगे 7 एकड़ के फार्म हाउस के अलावा कई अन्य अचल संपत्तियों के दस्तावेज, बीमा के कागजात और बैंक खाते मिले हैं। उसके पास कई दो पहिया और चार पहिया वाहन भी पाए गए हैं।