उज्जैन। एनएसयूआई में चार दिन पहले ही प्रदेशाध्यक्ष बने आशुतोष चौकसे का बुधवार को एक ऑडियो और चैटिंग वायरल होने के बाद संगठन के कार्यकर्ताओं में हड़कंप मच गया। चैटिंग में जहां एक दावेदार अध्यक्ष बनने के लिए 5 लाख रुपए तक देने की बात कह रहा है, वहीं उसके उत्तर में उसे लिखा गया है कि तुम्हारा एक साथी 9 (लाख रुपए) देने को रेडी है।
भोपाल के आशुतोष चौकसे को 7 मई को एनएसयूआई का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बुधवार को कुछ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के बीच एक ऑडियो और चैटिंग वायरल हुए। ऑडियो में बड़े विश्वविद्यालय वाले जिलों के रेट भी बोले जा रहे हैं। इधर प्रदेशाध्यक्ष चौकसे ने पूरे मामले को फर्जी बताया है।
ऑडियो और चैटिंग वायरल होने के बाद भास्कर से चर्चा में प्रदेशाध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने कहा कि यह मामला पूरी तरह फर्जी है। इसकी हमने साइबर सेल को शिकायत की है। तीन-चार दिन पहले ही मेरी नियुक्ति हुई है। मैं एक मध्यवर्गीय परिवार से हूं। एक मध्यवर्गीय परिवार का लड़का प्रदेशाध्यक्ष बन गया। यह बात कुछ लोगों को हजम नहीं हो रही। जो लोग अध्यक्ष नहीं बन पाए, इसलिए उन लोगों द्वारा इस तरह की चीजें जानबूझकर की जा रही है। बकौल चौकसे अध्यक्षों की नियुक्ति मेंबरशिप के आधार पर होना है, लेकिन झूठ फैलाने वाले लोग यह बात भूल गए। इसमें रुपयों का तो कोई आधार ही नहीं है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बोले- शिकायत आएगी तो जांच कराएंगे एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा, सोशल मीडिया पर आज कुछ भी आ सकता है। हमारे पास मप्र प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अब तक कोई शिकायत नहीं आई है। अगर कोई शिकायत प्राप्त होती है तो उसकी जांच करवाएंगे।
ये है वयरल चैटिंग
दावेदार- भैया मेरा काम करवा दीजिएगा। आपका छोटा भाई हूं। जैसे कहोगे करूंगा।
प्रदेशाध्यक्ष- टेंशन मत लो। भाई हो तुम।
दावेदार- जैसा कहोगे लाइफ में वैसा करूंगा, बस अध्यक्ष के लिए मेरा करवा देना। मैं 8 लाख तो नहीं दे पाऊंगा, आप बात कर लो ना, 5 देने के लिए रेडी हूं।
प्रदेशाध्यक्ष- अरे टेंशन ना लो भाई। भोपाल आओ मिलकर बात करेंगे। तुम्हारे एक साथी 9 देने को रेडी हैं। पर मैं जमा देता हूं। कुछ तो हो जाएगा। दादा से भी मिल लेना एक बार।
दावेदार- जी भैया, मैं कब आऊं भोपाल।
प्रदेशाध्यक्ष- 2-4 दिन में आ जाओ। अभी ग्वालियर का प्रोग्राम हो जाएगा, उसके बाद।
दावेदार- थैंक यू भैया। हमारे तो दादा और दिग्विजय सिंह जी, सब आप ही हो भैया।