गुना।आरोन के अंबिका गार्डन में रविवार की दोपहर एक अनूठे विवाह का आयोजन किया गया। यहा बरात बैंड बाजे के बिना पहुंची, तो वहीं दुल्हन के पक्ष वालों ने बरातियों का स्वागत भोजन की जगह चाय नाश्ते से किया। 17 मिनट की शादी में दूल्हा और दुल्हन ने गुरूवाणी सुनकर अपने जीवन को सफल बनाने की बात कही। बैंड बाजे के बिना ही बराती विवाह में शामिल हुए। बुजुर्ग महिलाओं ने भजन गाकर बरात का स्वागत किया।
अंबिका गार्डन में रविवार की दोपहर भाैरा गांव से दुल्हा हरिओम बरात लेकर पहुंचे। विवाह समारोह के दाैरान दूल्हा ने कहा कि उसने डेढ़ वर्ष पहले सगाई के दाैरान ही लड़की पक्ष से कह दिया था कि शादी में कोई फिजूलखर्चा नही करेगा। जिसकों लेकर उसकी दुल्हन उजाला से भी बात हो गई थी। उन्होंने बताया कि बरातियों के स्वागत में भोजन की जगह केवल चाय नाश्ता ही दिया जाए। उधर दुल्हन उजाला ने भी कहा कि वह दहेज प्रथा का विरोध करती हैं। उनके माता पिता ने भी शादी में एक रुपये दहेज में नहीं दिया है।
दूल्हा हरिओम और दुल्हन उजासी के शादी समारोह में ढोल और धमाकों की जगह सत्संग का आयोजन किया गया। जिसमें दुल्हा और दुल्हन के पक्ष के लोगों ने एलईडी लगाकर सत्संग सुनकर शादी समारोह का सफल बनाने की बात कही। यहां भजनों का भी आयोजन किया गया। उधर भगवान की तस्वीर लगाकर पूजा अर्चना के बाद दुल्हन पक्ष ने धार्मिक किताबों का वितरण भी किया। 1504 जीएन 04 दूल्हा हरिओम अाैर दुल्हन उजाला हाथों में किताब लेकर खड़े हुए