भोपाल। जिला कलेक्ट्रेट में मंगलवार को हुई जनसुनवाई में अधिकारी की संवेदनशीलता को देख सभी लोग गदगद हो गए। दरअसल जनसुनवाई में एक दिव्यांग महिला अपनी समस्या लेकर पहुंची थी। वह मजबूरी के चलते कुर्सी पर नहीं बैठ पाई, तो उनकी समस्या सुनने के लिए डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे घुटने के बल जमीन पर ही बैठ गईं। शाहजहांनाबाद निवासी दिव्यांग महिला उुषा धनवाद ने उन्हें बताया कि 20 क्वार्टर पुलिस लाइन के पास उनकी झुग्गी है। जिसे पुलिस द्वारा हटाने की कोशिश की जा रही है। मुझे रहने के लिए अलग से कोई निवास स्थान दिलवाएं। डिप्टी कलेक्टर ने उनकी समस्या को सुनने के बाद तुरंत नगर निगम के अधिकारी को हाउसिंग फार आल के तहत महिला को इडब्ल्यूएस मकान दिलाने के निर्देश दे दिए।
बता दें कि मंगलवार को जनसुनवाई में लगभग 55 मामले आए। इनमें से दो का तत्काल निराकरण किया गया, जबकि अन्य मामलों के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए। बता दें कि जनसुनवाई में डिप्टी कलेक्टर अंकिता त्रिपाठी सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
ग्राम गुनगा तहसील बैरसिया निवासी दौलतराम ने एडीएम माया अवस्थी को बताया कि उनको सुनाई नहीं देता है, जिससे अवस्थी ने उन्हें श्रवण यंत्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। तुरंत हरकत में आते हुए नि:शक्तजन कल्याण विभाग के संयुक्त संचालक आरके सिंह ने उन्हें तुरंत श्रवण यंत्र उपलब्ध कराया। वहीं ग्राम डोब बरखेड़ी अब्दुल्ला निवासी प्रकाश अहिरवार ने बताया कि उसने एक महीने पहले लोक सेवा केंद्र में जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया था। एसडीएम द्वारा जाति प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया था, जिसमें सही जानकारी दर्ज नहीं थी। इस वजह से उसे परेशानी हो रही है। जनसुनवाई में प्रकाश का जाति प्रमाण पत्र तुरंत सुधरवाकर उसे दिया गया।