ग्वालियर। ग्वालियर में प्यार करने वाले जब एक नहीं हो सके तो जान देने की ठान ली। एक दूसरे का हाथ थामकर दोनों थाने पहुंचे। फिर थाने के दरवाजे पर प्रेमी ने माऊथफ्रेश में सल्फास की गोली मिलाकर खा ली। अंदर पहुंचते ही प्रेमी की हालत बिगड़ने लगी और वह उल्टियां करने लगा। यहां पुलिस को उसके जहर खाने का पता लगा। तत्काल पुलिस ने प्रेमिका के हाथ में जहर की गोलियां छुड़ा लीं।
सल्फास के जहर से तड़प रहे युवक को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां उसे मृत घोषित कर दिया। घटना जनकगंज थाना में शुक्रवार तड़के की है। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर जांच शुरू कर दी है। मृतक एक 15 वर्षीय नाबालिग को भगाकर ले गया था। उस पर अपहरण का मामला दर्ज था। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी तभी शुक्रवार को वह प्रेमिका के साथ इस अंदाज में थाने पहुंचा। नाबालिग ने मजिस्ट्रेट को दिए बयान में मृतक प्रेमी का पक्ष लिया है।
ग्वालियर के जनकगंज गोल पहाड़िया इलाके में शांति हाईस्कूल के पास निवासी15 वर्षीय कनिका (बदला हुआ नाम) 18 मई को लापता हो गई थी। परिजन ने अपने स्तर पर तलाश किया तो पता लगा कि पास ही रहने वाला किन्ना उर्फ कृष्णा जैन उसे अपने साथ ले गया है। जिसके बाद छात्रा के परिजन ने जनकगंज थाने में मामले की सूचना दी। लापता के नाबालिग होने पर पुलिस ने कृष्णा जैन को संदेही मानकर अपहरण का मामला दर्ज कर लिया था। पुलिस को पता लगा कि कृष्णा पर मारपीट, धमकाने के 7 मामले भी दर्ज हैं। पुलिस लगातार कृष्णा की तलाश कर रही थी। उसके परिजन पर भी दबाव बनाना शुरू किया। अभी पुलिस उसकी तलाश कर रही थी कि वह शुक्रवा तड़के नाबालिग प्रेमिका का हाथ थामकर जनकगंज थाना पहुंच गया। उसको देखकर पुलिस ने तत्काल हिरासत में लिया और नाबालिग को अलग कर बैठा दिया। अभी पुलिस उससे पूछताछ करती तभी वह उल्टियां करने लगा। यह देख पुलिस हैरान रह गई। तभी उसने बताया कि वह लड़की से प्यार करता है हम एक नहीं हो सकते तो क्या एक साथ मर सकते हैं। उसने सल्फास खा लिया है। यह सुन पुलिस लड़की की तरफ दौड़ी। उसकी जेब से भी पुड़िया मिली है। पुलिस ने नाबालिग को सुरक्षित किया। साथ ही कृष्णा को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। जबकि नाबालिग का मेडिकल कराया गया है कहीं उसने भी तो सल्फास नहीं खा लिया है। फिलहाल वह सुरक्षित है।
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जब कृष्णा उल्टियां कर रही थी तो पुलिस ने उस पर ध्यान नहीं दिया। जब उसकी हालत बिगड़ी तो मामले की गंभीरता को वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने समझा पर थाना परिसर में ही उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद भी औपचारिकता के लिए पुलिस उसे अस्पताल लेकर पहुंची। हालांकि पुलिस अस्पताल में ही मौत होने की बात कह रही है। घटना के बाद मजिस्ट्रेट के सामने नाबालिग के बयान हुए हैं। जिसमें नाबालिग ने बताया कि वह अपनी मर्जी से कृष्णा के साथ गई थी। ग्वालियर से निकलकर वह आगरा पहुंचे ही थे कि उसे पता लगा कि यहां उसके घरवालों ने कृष्णा पर अपहरण का मामला दर्ज करा दिया है। इसके बाद वह वापस लौटे और सीधे जनकगंज थाने पहुंचे। कृष्णा ने रास्ते से ही सल्फास की गोली खरीदी थी। उसने माऊथफ्रेश की चुइंगम में उसे मिला लिया था। इस मामले में एसएसपी ग्वालियर अमित सांघी का कहना है कि एक नाबालिग के लापता के मामले में पुलिस छानबीन कर रही थी। तभी नाबालिग को ले जाने वाला युवक उसके साथ थाने पहुंचा। उससे पहले वह जहरीला पदार्थ खा चुका था। जिसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसकी मौत हो गई है