राजगढ़। राजगढ़ में नाबालिग भांजी के प्रेमप्रसंग से नाखुश मामा ने अपने बेटे के साथ मिलकर भांजी को जान से मार डाला। मामले में मामा ने पुलिस को गुमराह करने के लिए अज्ञात कारणों से मौत बता दिया। हालांकि, पुलिस ने अब आरोपी मामा और भाई को गिरफ्तार कर लिया।
मामला राजगढ़ के खारचाखेड़ी का है। जहां एक 17 साल की लड़की अपने मामा के साथ गांव में रहती थी। लोगों का कहना है कि 2 साल पहले कोरोना के कारण उसकी मौत हो गई थी। लड़की को गांव के ही एक 22 साल के युवक से प्रेम हो गया और दोनों एक-दूसरे से शादी करने के लिए तैयार हो गए। 30 अप्रैल को दोनों शादी कर साथ जिंदगी बिताने के लिए गांव से भाग गए। लड़की काफी देर से घर नहीं आई तो मामा और भाई उसे ढूंढने लगे। काफी देर ढूंढने के बाद भी जब किशोरी नहीं मिली तो मामा ने उसके बाप को सूचना दी। परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।
2 मई की शाम को राजगढ़ बस स्टैंड से पुलिस ने दोनों युवक-युवती को पकड़ लिया। लड़की के बयान के अनुसार पुलिस ने प्रेमी पर दुष्कर्म सहित पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया। और लड़की परिजनों को सौंप दी। भांजी दोबारा मामा के साथ रहने लगी।कुछ दिनों बाद, 18 मई को खिलचीपुर पुलिस को सूचना मिली कि 17 साल की उसी नाबालिग की मौत हो गई। सूचना पर पुलिस, FSL, डांग स्कॉड, फिंगर प्रिंट टीम मौके पर पहुंच गई। सभी अपने-अपने काम में जुट गए। मामा ने पुलिस को गुमराह करने के लिए पुलिस के सामने कहानी गढ़ी कि उसे नहीं पता मौत कैसे हुई। अज्ञात कारणों से उसकी भांजी की मौत हुई है।
पुलिस ने जांच शुरू की और शक के आधार पर वे आरोपी मामा और उसके बेटे को पूछताछ के लिए थाने लेकर आए। जहां उन्होंने स्वीकार किया कि भांजी की जान उन्होंने ही ली है। पुलिस का कहना है कि बताया कि उन्होंने सबसे पहले लड़की की नाक पकड़ी और फिर उसे जहर पिला दिया। जिससे थोड़ी ही देर में उसने दम तोड़ दिया। फिर उसके कपड़े बदले और पुराने कपड़ों को जमीन में गाड़ दिए। खिलचीपुर थाना प्रभारी मुकेश गौड़ का कहना है कि जांच में मामा और भाई आरोपी पाए गए। दोनों से अभी भी पूछताछ की जा रही है। मृतका के कपड़े जब्त कर लिए हैं। दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 201, 34 के तहत केस दर्ज कर उन्हें शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर दिया।