इंदौर। शनिवार रात पौने 11 बजे इंदौर-भोपाल हाइवे पर आष्टा के पास पूर्व मंत्री और शाजापुर से कांग्रेस विधायक हुकुम सिंह कराड़ा के बेटे ने इंदौर के रेडीमेड और ड्रायफ्रूट कारोबारी की कार को टक्कर मार दी। कारोबारी और उसके दो साथियों ने ठीक से गाड़ी चलाने का बोला तो मारपीट की। पुलिस में शिकायत की बात पर आरोपी कारोबारी को कार में बैठाकर दोबारा टक्कर मारते हुए 400 मीटर दूर घसीटते ले गया। कारोबारी ने हैंड ब्रेक खींचकर जान बचाई। इसके बाद आरोपी ने फिर कार को टक्कर मारकर चकनाचूर कर दिया।
मैं और मेरे दो साथी नमन दुबे, ऋषभ शुक्ला कार (MP09CN-9302) से भोपाल से इंदौर लौट रहे थे। आष्टा के पास पीछे से एक कार ने जोरदार टक्कर मारी। हमने कार चालक को ठीक से गाड़ी चलाने का कहा तो वह इतने तैश में आ गया कि उसने काफी दूर तक कार को घसीटा। मैं उसी में बैठा था। मैंने स्टेयरिंग को टाइट पकड़ रखा था। जैसे-तैसे हैंड ब्रेक खींचा तो मेरी कार हाइवे के किनारे आ गई। यदि कार नहीं रुकती तो मेरी जान चली जाती। सिरफिरा यहीं नहीं रुका, उसने फिर टक्कर मारकर मेरी कार को चकनाचूर कर दिया और वह 15 साथियों को लेकर आ गया। सबके पास हथियार थे। हम जान बचाने के लिए गए। जब वे सब चले गए तो हम ग्रामीणों की मदद से भाड़ाखेड़ी पुलिस चौकी तक पहुंचे। यहां के जवानों ने हमें आष्टा थाने भेजा। वहां गंभीरता से नहीं लिया। परिवहन विभाग की साइट पर कार रोहिताप सिंह पिता हुकुम सिंह कराड़ा निवासी राम मंदिर के पास देवनारायण मोहल्ला, शादीपुरा (शाजापुर) के नाम से रजिस्टर्ड मिली। कार रोहिताप ही चला रहा था, लेकिन पुलिस ने कार नंबर को ही आरोपी माना और जांच में कार चालक की पड़ताल करने को कहा है। आष्टा थाना प्रभारी अनिल यादव ने बताया कि अभी आरोपी कार नंबर (MP04 EV9258) के आधार पर अज्ञात चालक पर केस दर्ज किया है। मामले में विधायक कराड़ा से मोबाइल पर संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने बात नहीं की।
इस मामले में पूर्व मंत्री के बेटे रोहिताप ने बताया कि उनकी गाड़ी से इंदौर के कुछ लोगों की टक्कर हुई। उसके बाद उन लोगों ने मेरे साथ मारपीट की और मेरी गाड़ी को नुकसान पहुंचाया, लेकिन मेरी छवि खराब करने के उद्देश्य से इस घटना को तूल दिया जा रहा है। इंदौर के जिन लोगों की गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ है, उन लोगों ने आरोप लगाया है कि मेरे साथ 10 से 15 लोग थे, जबकि गाड़ी में मैं अकेला था और मेरे पास कोई हथियार भी नहीं था। मैंने खुद पुलिस को सूचना दी