भोपाल।हबीबगंज इलाके में गुंडे ने दोस्त की हत्या कर उसका शव अपने ही घर में गाड़ रखा था। सोमवार देर रात आरोपी नशे में दोस्त का कटा हुआ सिर लेकर घूमता दिखा। ये देख मोहल्ले की महिलाएं डर गईं और थाने पहुंची। तब जाकर 7 महीने पुरानी मर्डर मिस्ट्री का खुलासा हुआ। आरोपी सिर को किसी और के घर में फेंककर उसे फंसाने की फिराक में था। उसने यह सब अपनी गर्लफ्रेंड के लिए किया। गर्लफ्रेंड भी उसके साथ शामिल थी। पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया है।
हबीबगंज थाना प्रभारी भानसिंह प्रजापति ने बताया कि 12 नंबर सांई मंदिर के पीछे रहने वाली महिलाएं सोमवार रात थाने पहुंची। उन्होंने बताया कि मोहल्ले में रहने वाला गुंडा शमशेर उर्फ बब्बू नशे की हालत में लोगों को धमका रहा है। वह चीख-चीख कर कह रहा कि उसने शिवदत्त भालेराव उर्फ शिवा (27) की हत्या कर उसे दफना दिया है। हमें भी मारने की धमकी दे रहा है। एक महिला ने उसके हाथ में कटा हुआ सिर भी देखा।पुलिस ने शमशेर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने भालेराव की हत्या करना स्वीकार कर लिया। उसकी झुग्गी के बाथरूम से भालेराव का कटा हुआ सिर मिला। पास ही जमीन के 3 फीट नीचे से उसका धड़ बरामद हुआ। अक्टूबर में उसने हत्या की थी। शिवा की थाने में गुमशुदगी भी दर्ज थी।
शिवा, आरोपी शमशेर और उसकी गर्लफ्रेंड आशा ठाकुर तीनों पुताई का काम करते हैं। खंडवा की रहने वाली आशा पति को छोड़ चुकी है। उसके पति से तीन बच्चे हैं। शमशेर के साथ लिव-इन में रह रही थी। शमशेर और शिवा भी पत्नियों को छोड़ चुके थे। आशा की नजदीकी शिवा से भी बढ़ गई थी। शमशेर को शक हो गया था कि उसकी गैरमौजूदगी में शिवा उसकी गर्लफ्रेंड से मिलने आता है। उसने दोनों को साथ देख लिया था।पुलिस को आशा ने बताया कि उसकी शमशेर और शिवा दोनों से दोस्ती थी। शमशेर मुझे शिवा से अलग कराना चाहता था। उसने शिवा को पार्टी के बहाने घर बुलाया था। हम तीनों ने पहले पार्टी की, इसके बाद शमशेर ने शिवा का गला काट दिया। मुझे चाकू अड़ाकर धमकी दी कि किसी को बताएगी तो तुझे भी इसी तरह मार दूंगा। हम दोनों ने उसका शव घर के अंदर ही गाड़ दिया।
शिवा के पिता बसंत बहादुर बेटे की हत्या की जानकारी लगने के बाद हबीबगंज थाना पहुंचे। उन्होंने कहा कि बेटे की हत्या करने वाले दोनों आरोपियों को कड़ी सजा मिले। उन्होंने बताया कि महिला से दोस्ती की जानकारी हम लोगों को नहीं थी। शमशेर से उसकी जान पहचान थी यह पता था। बेटा मजदूरी के पैसे लेने का कहकर गया था। 1 अक्टूबर की सुबह छह बजे उसने अपनी मां लक्ष्मी देवी को बताया कि वह ठेकेदार के पास पैसे लेने जा रहा है। देर शाम तक वह वापस नहीं लौटा। इस पर अगले रोज उसके लापता होने की जानकारी पुलिस में दी। पुलिस ने 4 अक्टूबर को उसकी गुमशुदगी दर्ज की।