भोपाल। भीषण गर्मी से बेहाल हो रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। दक्षिण– पश्चिम मानसून रविवार को तय तारीख (एक जून) से तीन दिन पहले केरल में प्रवेश कर गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मानसून के आगे बढ़ने की परिस्थितयां अनकूल हैं। यदि सब कुछ ठीक रहा तो मध्य प्रदेश में भी तय तिथि (10 जून) के आसपास मानसून के प्रवेश करने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक दक्षिण–पश्चिम मानसून की केरल में प्रवेश की तय तिथि एक जून निर्धारित की गई थी। पिछले दिनों केंद्रीय मौसम विभाग ने 26 जून को मानसून के केरल में दस्तक देने की संभावना जताई थी, लेकिन चक्रवाती तूफान असानी के कारण मानसून के आगे बढ़ने की प्रक्रिया में कुछ व्यवधान पैदा हो गया था। मध्यप्रदेश में मानसून के प्रवेश करने की तिथियां अलग–अलग जिलों में अलग-अलग निर्धारित हैं। खंडवा एवं सिवनी जिले में सबसे पहले 10 जून को मानसून के प्रवेश करने की संभावना जताई जा रही है। भोपाल, इंदौर एवं जबलपुर में मानसून के दस्तक देने की तारीख 13 जून तय की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्ष 2021 में तीन जून को मानसून केरल पहुंचा था। वर्ष 2020 में एक जून को केरल में मानसून की एंट्री हुई थी। शुक्ला के मुताबिक वर्तमान में मानसून के आगे बढ़ने की लिए परिस्थितियां अनकूल बनी हुई हैं। साथ ही अब मध्य प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियों में और तेजी आने की संभावना है। हालांकि अभी तीन-चार दिन तक तापमान में बढ़ोतरी भी हो सकती है।